लॉकडाउन के बीच 25 मई से हवाई सेवाओं को शुरू करने का फैसला लिया गया है. फिलहाल एक तिहाई घरेलू उड़ानों के साथ फ्लाइट्स का संचालन शुरू होगा. लेकिन केंद्रीय उड्डयन मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने बताया कि अगले तीन महीनों के लिए फ्लाइट का किराया भी तय कर दिया गया है. एयरलाइन कंपनी इससे ऊपर किराया वसूल नहीं कर सकती है. किराया फ्लाइट के समय के हिसाब से तय किया गया है और इसे 7 अलग सेक्शन में बांटा गया है.
केंद्रीय उड्डयन मंत्री की प्रेस कॉन्फ्रेंस के ठीक बाद डीजीसीए ने भी इसके लिए सर्कुलर जारी किया. जिसमें बताया गया कि किराया कैसे वसूला जाएगा और कितनी दूरी तक न्यूनतम और अधिकतम किराया क्या होगा?
किराया तय करने के लिए शहरों की दूरी के हिसाब से उन्हें अलग-अलग 7 सेक्शन में बांटा गया है. A से लेकर G क्लास तक के सेक्शन बनाए गए हैं.
- A सेक्शन में न्यूनतम किराया 2 हजार रुपये और अधिकतम 6 हजार रुपये
- B सेक्शन में न्यूनतम किराया 2500 रुपये और अधिकतम 7500 रुपये
- C सेक्शन में न्यूनतम किराया 3 हजार रुपये और अधिकतम 9 हजार रुपये
- D सेक्शन में न्यूनतम किराया 3500 रुपये और अधिकतम 10 हजार रुपये
- E सेक्शन में न्यूनतम किराया 4500 रुपये और अधिकतम 13 हजार रुपये
- F सेक्शन में न्यूनतम किराया 5500 रुपये और अधिकतम 15700 रुपये
- G सेक्शन में न्यूनतम किराया 6500 रुपये और अधिकतम 18600 रुपये
कैसे बांटे गए हैं सेक्शन
फ्लाइट्स के सभी रूट्स को शहरों की दूरी के मुताबिक सेक्शन में बांटा गया है. मतलब जिन शहरों के बीच की दूरी 40 मिनट से कम होगी वो पहले सेक्शन में आएंगे. दूसरे सेक्शन में 40 मिनट से ज्यादा और 60 मिनट तक, तीसरे में 60 से 90 मिनट, चौथे में 90 मिनट से 120 मिनट, पांचवे सेक्शन में 2 से ढ़ाई घंटे, छठे सेक्शन में ढ़ाई घंटे से लेकर तीन घंटे और सातवें सेक्शन में तीन घंटे से लेकर साढ़े तीन घंटे का वक्त लेने वाली फ्लाइट को रखा गया है.
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