अयोध्या में पंजाब नेशनल बैंक (Punjab National Bank) की डिप्टी मैनेजर की मौत का मामला लगातार तूल पकड़ता जा रहा है. मामले में राजनीतिक बयानबाजी तो लगातार जारी है लेकिन इसी बीच मृतक श्रद्धा गुप्ता (Shraddha Gupta) के परिवार वालों ने एक आईपीएस (IPS) अधिकारी और उत्तर प्रदेश पुलिस पर कई आरोप लगाए हैं.
परिवार का यह भी आरोप है कि अन्य आरोपित विवेक गुप्ता (Vivek Gupta) श्रद्धा के बार-बार मना करने पर भी शादी के लिए दबाव बना रहा था. परिवार का कहना है कि उत्तर प्रदेश पुलिस,अयोध्या के एसएसपी रहे आरोपित आईपीएस अधिकारी आशीष तिवारी के दबाव में काम कर रही है.
आरोपित विवेक गुप्ता देता था धमकियां
मृतक बैंक अधिकारी के परिवार ने कहा कि आरोपी विवेक गुप्ता जो श्रद्धा का मंगेतर रह चुका है, उसके गलत आचरण के कारण परिवार वालों ने श्रद्धा का रिश्ता उससे तोड़ दिया था. जिसके बाद से ही विवेक गुप्ता लगातार श्रद्धा को धमकियां देता रहा.
लेकिन उन्हें इसका अंदाजा नहीं था कि बात यहां तक आ जाएगी कि, बैंक में डिप्टी मैनेजर की पद पर तैनात उनकी बेटी को एक मनचले के कारण आत्महत्या करनी पड़ेगी.
मीडिया से बात करते हुए लड़की के भाई ने कहा कि,
विवेक गुप्ता कहते थे कि हमारे संबंध बहुत ऊंचे-ऊंचे हैं, हम फंसा देंगे आपको, बर्बाद कर देंगे घरवालों को, यही सब धमकियां वो देते थे.
पीड़िता के भाई ने आगे बताया कि पुलिस का रवैया पहले तो ठीक था लेकिन बाद में वो एफआईआर की कॉपी देने के लिए भी टाल रहे थे.
तीन लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज
पीड़िता के पिता की तहरीर पर तीन आरोपियों के खिलाफ मुक़दमा दर्ज कराया गया है. जिसमें मुख्य आरोपी श्रद्धा का मंगेतर विवेक गुप्ता है और अन्य दो आरोपियों में अयोध्या के पूर्व एसएसपी रह चुके आईपीएस अधिकारी आशीष मिश्रा और पुलिसकर्मी अनिल रावत शामिल हैं.
श्रद्धा ने जो सुसाइड नोट लिखा था मुकदमा उसके आधार पर दर्ज कराया गया है.
एक बैंक मैनेजर होते हुए भी जिन हालातों में श्रद्धा को आत्महत्या करनी पड़ी है उसने विपक्ष को सरकार पर हमलावर होने का एक और मौका दे दिया है. उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने इस घटना पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर ट्वीट कर निशाना साधा है.
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