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पीएम मोदी की फारुक अब्दुल्ला से मुलाकात, कश्मीर पर चर्चा

कश्मीर के हालात पर हुई चर्चा

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भारत
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जम्मू-कश्मीर में तनावपूर्ण हालात के बीच सूबे के पूर्व मुख्यमंत्री और नेशनल कॉंफ्रेंस के अध्यक्ष फारुक अब्दुल्ला ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से दिल्ली में मुलाकात की. अब्दुल्ला ने मोदी से कश्मीर समस्या का जल्द सियासी समाधान निकालने की बात कही.

हाल में श्रीनगर का सांसद चुने जाने के बाद फारुक अब्दुल्ला की पीएम मोदी से ये पहली मुलाकात है. करीब आधा घंटा चली मुलाकात के दौरान अब्दुल्ला ने कहा कि कश्मीर में तनाव लगातार बढ़ रहा है. ये सिर्फ कानून-व्यवस्था की दिक्कत नहीं है और उसे व्यापक तवज्जो दिए जाने की जरूरत है. सूत्रों के मुताबिक अब्दुल्ला ने अपनी पार्टी की तरफ से केंद्र को पूरी मदद का भरोसा दिलाया है.

कश्मीर पर संजीदा है सरकार


नेशनल कॉंफ्रेंस और बीजेपी के सियासी समीकरणों के मद्देनजर इस मुलाकात को काफी अहम माना जा रहा है. जानकारों का मानना है कि फारुक से मुलाकात के जरिये पीएम मोदी ये संदेश देना चाहते हैं कि सरकार कश्मीर के हालात सामान्य करने की हर मुमकिन कोशिश कर रही है और इस कोशिश में वो सियासी विरोधियों को भी अछूत नहीं मानती.

महबूबा ने की थी मोदी की तारीफ

घाटी में फैले तनाव ने जम्मू-कश्मीर में मिलकर सरकार चला रहे बीजेपी और पीडीपी के रिश्तों में भी तल्खी भर दी थी. पिछले दिनों चर्चा गरम थी कि बीजेपी-पीडीपी गठबंधन टूट की कगार पर है. लेकिन उसी बीच जम्मू-कश्मीर की मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने प्रधानमंत्री मोदी की तारीफ करके उन चर्चाओं को ठंडा कर दिया. महबूबा ने कहा था कि सिर्फ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ही कश्मीर समस्या का हल निकाल सकते हैं.

छात्रों-पुलिस में झड़प जारी

हाल में आतंकी हमलों, पत्थरबाजी की घटनाओं, पुलिस और छात्रों में तनाव के बाद घाटी में सियासी पारा चरम पर है. श्रीनगर में लाल चौक के करीब मंगलवार को भी छात्रों और पुलिस के बीच झड़प हुई. हालात पर काबू पाने के लिए पुलिस को आंसू गैस छोड़नी पड़ी. घटना में किसी के घायल होने की खबर नहीं है.

28 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर की हाईकोर्ट बार एसोसिएशन की एक याचिका पर सुनवाई के दौरान केंद्र सरकार ने सुप्रीम कोर्ट से दो टूक कहा था कि सूबे में संकट को सुलझाने के लिये वो वहां के मान्यता प्राप्त राजनीतिक दलों से तो बातचीत के लिए तैयार है लेकिन अलगाववादियों के साथ नहीं. अब्दुल्ला-मोदी मुलाकात उसी सिलसिले की एक कड़ी है.

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