प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गुरुवार को देशभर की स्वयं सहायता समूहों की महिलाओं से 'नरेंद्र मोदी ऐप' के जरिए लाइव वीडियो कॉल पर रूबरू हुए. महिलाओं से बातचीत करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि उनका सौभाग्य है कि आज देशभर की 1 करोड़ से ज्यादा महिलाओं से संवाद करने का उन्हें मौका मिला है. मोदी ने कहा कि महिला सशक्तीकरण के लिये महिलाओं का आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर होना जरूरी है.
मोदी ने कहा कि समाज के समग्र विकास के लिए, खासतौर पर ग्रामीण इलाकों में महिलाओं के सशक्तिकरण के महत्व पर बात करते हुए मोदी ने कहा कि देश में महिलाओं के क्षमता की अपार संभावनाएं हैं, और उनकी क्षमताओं को समझने की जरूरत है.
“महिलाओं के सशक्तिकरण के लिए उनकी वित्तीय आजादी जरूरी है. महिलाएं स्वाभाविक तौर पर व्यवसायिक होती हैं, उन्हें सिखाए जाने की जरूरत नहीं है, केवल मौके दिए जाने की जरूरत है. वित्तीय आजादी एक महिला को दृढ़ और सशक्त बनाती है. वित्तीय रूप से सशक्त महिलाएं सामाजिक बुराइयों के खिलाफ एक दीवार हैं.”-नरेंद्र मोदी
इस दौरान प्रधानमंत्री ने ग्रामीण क्षेत्रों के विकास में महिला स्वयं सहायता समूहों की भूमिका की तारीफ की. 2014 से सरकार ने प्राथमिकता के आधार पर देश भर में 20 लाख स्वयं सहायता समूहों बनाए हैं और 2.25 करोड़ से ज्यादा परिवारों को उनके दायरे में लाया गया है.
'कृषि और पशुपालन महिलाओं के बिना नहीं चल सकते'
पीएम ने कहा, "अब तक 5 लाख सक्रिय महिला सदस्यों के साथ 45 लाख महिला स्वयं सहायता समूहों का निर्माण किया गया है. दरअसल इन समूहों ने ग्रामीण क्षेत्रों में पांच करोड़ परिवारों में एक और कमाई करने वाले सदस्य को जोड़ा है." मोदी ने यह भी कहा कि ग्रामीण अर्थव्यवस्था के लिए अहम कृषि और पशुपालन क्षेत्र महिलाओं की भागीदारी के बिना नहीं चल सकते हैं.
महिलाओं ने साझा किए अपने अनुभव
मोदी से बातचीत के दौरान विभिन्न प्रदेशों की महिलाओं ने अपनी प्रेरणादायक और दिल को छू लेने वाली कहानियों को साझा किया और बताया कि कैसे स्वयं सहायता समूहों ने उन्हें अपनी जिंदगी में सुधार करने में मदद की है. इस दौरान मोदी ने कहा कि महिला स्वयं सहायता समूह ग्रामीण क्षेत्रों में वित्तीय समृद्धि की नींव रख रहे हैं और देश की महिलाओं में समाज को बदलने की क्षमता है.
(इनपुट: PTI)
ये भी पढ़ें - पंजाब में बोले PM मोदी, जब से MSP बढ़ाया, कांग्रेस की नींद उड़ गई
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)