सोनिया गांधी के दामाद रॉबर्ट वाड्रा और हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपिंदर सिंह हुड्डा के खिलाफ राज्य में जमीन खरीद के एक मामले में एक और एफआईआर दर्ज कराई गई है. गुरुग्राम के खेड़की दौला में जमीन खरीद मामले में यह एफआईआर दर्ज कराई गई है.
रियल एस्टेट कंपनी डीएलएफ और ओंकारेश्वर प्रॉपर्टीज के खिलाफ भी एफआईआर दर्ज की गई है. एफआईआर आईपीसी की धारा- 420 (धोखाधड़ी) 120B (आपराधिक साजिश) 467 (फर्जीवाड़ा) 468 और 471 के तहत दर्ज कराई गई है. इसके अलावा भ्रष्टाचार निरोधक कानून 1988 की धारा 13 के तहत भी मामला दर्ज किया गया है.
स्काईलाइट हॉस्पेटिलिटी ने यह जमीन खरीदी थी. इस मामले में इनकम टैक्स विभाग ने उन्हें 42 करोड़ रुपये का नोटिस भेजा था. आरोप था कि हुड्डा के कार्यकाल में वॉड्रा की यह जमीन नियमों की अनदेखी कर बेची गई.
वाड्रा ने इस मामले को पहले हाईकोर्ट और फिर सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी थी. लेकिन दोनों जगह उनकी अपील खारिज हो गई थी. कहा जा रहा है कि स्काईलाइट कंपनी में वाड्रा की हिस्सेदारी है. हालांकि वाड्रा ने इससे इनकार किया था.
इलेक्शन टाइम में असली मुद्दों से भटकाने की कोशिश: रॉबर्ट वाड्रा
इस मामले पर रॉबर्ट वाड्रा ने कहा है, ‘चुनाव का मौसम है, तेल की कीमतें बढ़ रही हैं. इसलिए लोगों का असली मुद्दों से ध्यान भटकाने के लिए मेरे पुराने मामले उछाले जा रहे हैं. इसमें कुछ भी नया नहीं है.’
राजनीतिक बदला लेने का आरोप
हरियाणा में जमीन खरीद का यह मामला बड़ा राजनीतिक मुद्दा बन गया था. बीजेपी इस मामले लेकर सोनिया और राहुल को घेरती रही है. हालांकि अभी तक वाड्रा के खिलाफ केंद्र सरकार ने कोई कदम नहीं उठाया था. लेकिन अब चुनाव नजदीक आते देख इस मामले के राजनीतिक मायने निकाले जा रहे हैं. कांग्रेस कह रही है कि बीजेपी गांधी परिवार के खिलाफ राजनीतिक बदले की भावना से काम कर रही है.
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