हवाई यात्रियों की जेब पर इन दिनों भारी मार पड़ रही है. मुंबई-दिल्ली जैसे बड़े शहरों में हवाई किरायों में इस साल 50 परसेंट तक का उछाल आया है और अब बोइंग मैक्स-8 विमान बैन होने की वजह से और जोर का झटका लगना तय है.
स्पाइसजेट के 13 और जेट एयरवेज के 5 बोइंग 737 मैक्स 8 विमान बैन होने से फ्लाइट की संख्या में और कमी आ गई है. एविएशन रेगुलेटर डीजीसीए के भारत में बोइंग 737 मैक्स विमानों की उड़ान रोकने के फैसले के बाद 18 विमान जमीन पर आ जाएंगे.
बढ़ते जा रहे हैं हवाई किराए
जेट एयरवेज में संकट की वजह से पहले ही देश की चौथे नंबर की एयरलाइन्स ने बहुत सी उड़ानें कम कर दी हैं. जिसकी वजह से दिल्ली-मुंबई के किराए सबसे ज्यादा बढ़े हैं.
किराए बढ़ने की वजह
- जेट एयरवेज में संकट
- स्पाइजेट के 13 बोइंग मैक्स-8 विमानों पर बैन
- इंडिगो के पास पायलटों की कमी
- मुंबई में एक रनवे बंद
दिल्ली-मुंबई के टिकट पिछले साल के मुकाबले करीब 50 परसेंट महंगे हो गए हैं. इसी तरह दिल्ली-कोलकाता और मुंबई-हैदराबाद के भी किराए करीब 40 परसेंट बढ़े हैं. जाहिर है कि ऐसे समय में बोइंग 737 मैक्स विमानों की उड़ान पर रोक से हवाई किराए और बढ़ने तय हैं.
अगर तत्काल हवाई किरायों की बात करें तो ये काफी ऊंचे स्तर पर पहुंच चुके हैं. इन किरायों का औसत देखा जाए तो मुंबई-दिल्ली का किराया 12,502 रुपये, मुंबई-कोलकाता का किराया 29,040 रुपये और मुंबई-चेन्नई का किराया 19,541 रुपये है.
क्यों लगी है बोइंग 737 मैक्स विमानों की उड़ान पर रोक?
हाल ही में इथियोपियन एयरलाइन्स के एक प्लेन के क्रैश होने के बाद दुनियाभर में बोइंग 737 मैक्स विमानों को लेकर चिंताएं पैदा हो रही है. दरअसल इस हादसे में क्रैश होने वाला प्लेन बोइंग 737 मैक्स 8 था. इस प्लेन क्रैश में 4 भारतीयों सहित सभी 157 लोगों की मौत हो गई. इन लोगों में से 149 यात्री थे, जबकि बाकी 8 क्रू मेंबर थे.
पिछले पांच महीने के अंदर दूसरी बार ऐसा हुआ जब कोई 737 मैक्स 8 विमान क्रैश हो गया. इथियोपिया प्लेन क्रैश से पहले अक्टूबर 2018 में लायन एयर का बोइंग 737 मैक्स 8 विमान क्रैश हुआ था. इस हादसे में 189 लोगों की मौत हुई थी.
इथियोपिया प्लेन क्रैश के बाद भारत के अलावा चीन, सिंगापुर, जर्मनी और फ्रांस सहित कई देशों ने अपनी घरेलू विमानन कंपनियों से बोइंग 737 मैक्स 8 का इस्तेमाल तुरंत बंद करने को कहा है.
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