देश के कई इलाके बाढ़ से बेहाल हैं, बिहार में बाढ़ ने तबाही मचा रखी है तो वहीं असम में लाखों लोग बाढ़ से प्रभावित हैं. बिहार के कई जिले बाढ़ से बुरी तरह प्रभावित है. बिहार के कई जिले पानी-पानी हो चुके हैं.
बिहार से जो तस्वीरें सामने आ रही हैं. उसमें कई इलाके पूरी तरह पानी में डूबे हुए नजर आ रहे हैं. लोगों के घरों में तक पानी घुस गया है.
असम में 70 लाख लोग प्रभावित
असम के मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने बताया कि बाढ़ से 70 लाख लोग प्रभावित हो गए हैं. इंसानों के साथ-साथ जानवर भी परेशान हैं. सबको रिलीफ कैंप में शिफ्ट किया जा रहा है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को सात राज्यों के मुख्यमंत्रियों को उनके राज्यों के 'हालात' जानने के लिए फोन किया. इन मुख्यमंत्रियों में नीतीश कुमार (बिहार), सर्बानंद सोनोवाल (असम), वाई.एस. जगन मोहन रेड्डी (आंध्र प्रदेश), के. चंद्रशेखर राव (तेलंगाना), जयराम ठाकुर (हिमाचल प्रदेश), त्रिवेंद्र सिंह रावत (उत्तराखंड) शामिल हैं. माना जा रहा है कि प्रधानमंत्री ने इन मुख्यमंत्रियों से कोरोनावायरस और इससे निपटने के उपाय जानने, बाढ़ की स्थिति और अन्य मुद्दों पर बातचीत की. असम में नदियां उफान पर हैं और बिहार भी बाढ़ का सामना कर रहा है.
सबसे ज्यादा प्रभावित जिले
असम के सबसे ज्यादा प्रभावित जिले धेमाजी, उदलगुरी, दरंग, बिश्वनाथ, सोनितपुर, बक्सा, लखीमपुर, चिरांग, बारपेटा, बोंगईगांव, कोकराझार, धुबरी, दक्षिण सल्मारा, गोलपारा, कामरूप, गोलाघाट, जोरहाट, शिवसागर, माजुली, माजुली और मझौली हैं। कार्बी आंगलोंग, कार्बी आंगलोंग, खुमताई, सपताग्राम और तिनसुकिया हैं. रॉयटर्स की रिपोर्ट में असम सरकार के एक अधिकारी के हवाले से बताया गया कि मई से अब तक तीन बार बाढ़ आ चुकी है और इसकी वजह से 27.5 लाख लोग विस्थापित हो चुके हैं. अधिकारी ने बताया कि अब तक 79 लोगों की जान जा चुकी है.
इनमें से, सबसे ज्यादा तबाही बारपेटा जिले में हुई है, जहां 5 लाख से ज्यादा लोग बाढ़ की चपेट में हैं. इस जिले में तीन पुल भी ढह गए हैं.
ये भी पढ़ें- असम, नेपाल में बाढ़ की वजह से करीब 40 लाख लोग हुए विस्थापित
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)