दिल्ली में आयोजित दो दिवसीय G20 शिखर सम्मेलन (G20 Summit 2023) का समापन हो गया है. दो दिवसीय इस सम्मेलन में G20 देशों के राष्ट्राध्यक्ष और प्रतिनिधि शामिल हुए. इसके साथ ही कई आमंत्रित देशों के राष्ट्राध्यक्षों ने भी इसमें शिरकत की.
सम्मेलन के पहले दिन 'नई दिल्ली G20 लीडर्स समिट डिक्लेरेशन' को सर्वसम्मति से अपनाया गया. इसे भारत के लिए बड़ी उपलब्धि के तौर पर देखा जा रहा है. प्रधानमंत्री मोदी ने सम्मेलन में 'सबका साथ, सबका विकास और सबका विश्वास' का मंत्र दिया. हालांकि, विपक्षी दल कांग्रेस ने G20 सम्मेलन के आयोजन को लेकर केंद्र सरकार पर निशाना साधा है.
कांग्रेस ने उठाया पर्यावरण संरक्षण का मुद्दा
कांग्रेस के सीनियर लीडर जयराम रमेश ने पर्यावरण संरक्षण का मुद्दा उठाते हुए मोदी सरकार पर निशाना साधा है. अपने बयान में उन्होंने कहा कि, G20 और वैश्विक स्तर पर होने वाले अन्य शिखर सम्मेलनों में प्रधानमंत्री के बयान उनकी हिप्पोक्रेसी को दर्शाते हैं. भारत के वनों और जैव विविधता संरक्षण को नष्ट करके और आदिवासियों एवं वनों में रहने वाले अन्य समुदायों के अधिकारों को कमजोर करके, वह पर्यावरण, क्लाइमेट एक्शन और समानता की बात करते हैं. कैसे वैश्विक स्तर की उनकी बातें (Global Talk) और देश में उनके द्वारा उठाए जाने वाले कदम (Local Walk) बिलकुल विपरीत हैं."
जयराम रमेश की ओर से जारी बयान में कहा गया है,
"मोदी सरकार बड़े पैमाने पर भारत के पर्यावरण संरक्षण को तहस-नहस कर रही है. साथ ही वनों पर निर्भर सबसे कमजोर समुदायों के अधिकारों को छीन रही है."
इसके साथ ही जयराम रमेश ने कहा कि "जैव विविधता संरक्षण के प्रधानमंत्री के दावों के विपरीत, 2023 का जैविक विविधता (संशोधन) अधिनियम, 2022 के मूल कानून को बेहद कमोजर करता है. 2023 अधिनियम में किसी भी तरह के आपराधिक प्रावधान को हटा दिया गया है. इससे जैव विविधता को नष्ट करने और बायोपाइरेसी में संलिप्त लोग आसानी से बच निकलेंगे.
खोखले विकास की पोल खुल गई- कांग्रेस
G20 सम्मेलन के दौरान दिल्ली में बारिश की वजह से भारत मंडपम में पानी भर गया. जिसका वीडियो शेयर करते हुए कांग्रेस ने केंद्र सरकार पर तंज कसा है. कांग्रेस ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर लिखा, "खोखले विकास की पोल खुल गई. G20 के लिए भारत मंडपम तैयार किया गया. 2,700 करोड़ रुपए लगा दिए गए. एक बारिश में पानी फिर गया."
इससे पहले कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने दिल्ली में झुग्गी-झोपड़ियों के सामने पर्दे लगाने को लेकर सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर लिखा, "भारत सरकार हमारे गरीब लोगों और जानवरों को छिपा रही है. हमारे मेहमानों से भारत की हकीकत छुपाने की जरूरत नहीं है."
वहीं समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव ने उत्तर प्रदेश की घोसी विधानसभा उपचुनाव में जीत को G20 से जोड़ते हुए तंज कसा है. उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर लिखा, "कोई पूछ रहा है G20 में G का मतलब Ghosi (घोसी) है क्या?"
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)