शहीद नायक दीपक सिंह की पत्नी लेफ्टिनेंट रेखा सिंह (Lt. Rekha Singh) को शनिवार, 29 अप्रैल को सेना में एक अधिकारी के रूप में नियुक्त किया गया और पूर्वी लद्दाख में एक अग्रिम पंक्ति में तैनात किया गया है. नायक दीपक सिंह 2020 में चीनी सैनिकों के साथ हुए संघर्ष में गलवान घाटी में शहीद हो गए थे.
29 वर्षीय रेखा सिंह को चेन्नई स्थित ऑफिसर्स ट्रेनिंग अकादमी (OTA) में ट्रेनिंग पूरा करने के बाद सेना आयुध कोर में तैनात किया गया है.
नायक दीपक सिंह को मरणोपरांत 2021 में वीर चक्र से सम्मानित किया गया था.
अधिकारियों ने कहा कि लेफ्टिनेंट रेखा सिंह को पूर्वी लद्दाख में एक फ्रंटलाइन यूनिट में तैनात किया गया है. उनके पति नायक दीपक सिंह आर्मी मेडिकल कोर से थे, और बाद में उन्हें बिहार रेजिमेंट की 16वीं बटालियन में जोड़ा गया था.
संघर्ष के दौरान घायल सैनिकों को चिकित्सा सहायता प्रदान करने में अदम्य साहस दिखाने के लिए नायक दीपक सिंह को मरणोपरांत 2021 में वीर चक्र से सम्मानित किया गया था.
वीर चक्र परमवीर चक्र और महावीर चक्र के बाद देश का तीसरा सबसे बड़ा युद्ध वीरता पुरस्कार है.
15 जून, 2020 को पूर्वी लद्दाख की गलवान घाटी में हुई भीषण आमने-सामने की लड़ाई में भारतीय सेना के 20 जवानों ने अपने प्राण न्यौछावर कर दिए, यह एक ऐसी घटना थी जिससे दोनों देशों के बीच कई देशों के सबसे गंभीर सैन्य संघर्ष की स्थिति बन गयी थी.
नायक दीपक सिंह के वीर चक्र प्रशस्ति पत्र के अनुसार, उन्होंने 30 से अधिक भारतीय सैनिकों के इलाज और जीवन को बचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी.
बयान में कहा गया है, "नायक दीपक सिंह ने प्रतिकूल परिस्थितियों में बेजोड़ व्यावसायिकता, बेहिचक समर्पण का परिचय दिया और देश के लिए सर्वोच्च बलिदान दिया."
सेना ने ट्वीट किया, "स्वर्गीय नायक (नर्सिंग असिस्टेंट) दीपक सिंह की पत्नी महिला कैडेट रेखा सिंह, वीर चक्र (मरणोपरांत) को OTA Chennai से प्रशिक्षण पूरा करने के बाद IndianArmy में कमीशन मिला."
ट्वीट में कहा गया है कि दीपक सिंह ने गालवान घाटी संघर्ष के दौरान सर्वोच्च बलिदान दिया.
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