महाराष्ट्र (Maharashtra) समेत देशभर में आज गणेश उत्सव ( Ganesh Chaturthi 2021 ) मनाया जा रहा है लेकिन कोरोना (Covid-19) के चलते उत्सव में वैसा माहौल नहीं है जैसा हर साल देखा जाता है.
महाराष्ट्र सरकार ने कोरोना को ध्यान में रखते हुए इस साल गणेशोत्सव के सार्वजनिक आयोजनों पर प्रतिबंध लगाया है. इन प्रतिबंधों को लागू करवाने के लिए सरकार ने कई कड़े कदम भी उठाए हैं और दिशा निर्देश जारी किया है.
तो वहीं दूसरी ओर आयोजकों में प्रतिबंधों को लेकर खासी नाराजगी है.
सार्वजनिक मंडलों में नाराजगी
कोरोना की वजह से गणेश उत्सव पर लगाए गए प्रतिबंधों के बाद गणेशोत्सव आयोजित करने वाले सार्वजनिक मंडलों में नाराजगी देखने को मिल रही है. खास तौर पर मुंबई के लालबाग इलाके में बड़े गणेश मंडल पाबंदियों के तहत तैयारी में जुटे हैं लेकिन उनमें वैसा उत्साह नहीं है जैसा आमतौर पर दिखता है.
गणेश गली में स्थापित मुंबई के राजा गणपति मंडल के सेक्रेटरी स्वप्निल परब का कहना है "इस बार उत्सव कम और कठिनाइयां ज्यादा है, गणपत गणपति उत्सव न मनाने का उन्हें काफी दुख हो रहा है.
स्वप्निल ने सरकार से दरख्वास्त की है कि भले ही गाइडलाइन जारी की जाए लेकिन उससे पहले मंडल के पदाधिकारियों से बात करके उन्हें विश्वास में लिया जाए.
दरअसल सरकार ने उत्सव से 2 दिन पहले गाइडलाइन जारी किया हैऔर लोगों तक गाइडलाइन की पूरी जानकारी नहीं पहुंच पाई है इसीलिए भ्रम की स्थिति भी बनी हुई है.
बप्पा के वर्चुअल दर्शन
कोरोना की वजह से गणेश उत्सव पर सार्वजनिक प्रतिबंध लगाने के बाद सरकार ने तो दिशानिर्देश जारी किए उसमें कहा गया कि लोग केबल नेटवर्क और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के जरिए बप्पा के दर्शन कर सकते हैं.
लालबाग के राजा: www.lalbaugcharaja.com
मुंबई के राजा: http://www.mumbaicharaja.co/
अब आयोजक मंडलों ने श्रद्धालुओं को घर बैठे ऑनलाइन गणपति बप्पा के दर्शन कराने की तैयारी कर ली है, उसके बावजूद लोगों को नियम के बारे में सही समय पर सही जानकारी मिलना भी जरूरी है.
पुलिस भी है तैयार, धारा 144 लागू
पंडाल में भक्तों को दर्शन के लिए जाने की इजाजत नहीं है इसलिए मंडल ने अपने गेट पर बेरिकेडिंग कर रखी है. लेकिन गेट के बाहर भीड़ उमड़ी तो पुलिस प्रशासन को नियंत्रण रखना जरूरी होगा.
गणेश दर्शन के लिए लोग पंडालों के बाहर न जमा हो इसलिए मुंबई पुलिस ने 10 सितंबर से 19 सितंबर तक धारा 144 लागू कर दी है.
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