दुनिया के तीसरे सबसे अमीर व्यक्ति, गौतम अडानी (Gautam Adani) ने एक न्यूज चैनल को दिए इंटरव्यू में राहुल गांधी के उन आरोपों पर जवाब दिया जिसके अनुसार मोदी सरकार गौतम अडानी की कंपनियों को हजारों करोड़ रुपये के बैंक कर्ज दिलाने के साथ साथ पोर्ट, एयरपोर्ट, बिजलीघर दे रही है. गौतम अडानी ने इस आरोपों को खारिज करते हुए कहा है कि आज हमारी कंपनियां देश के 22 राज्यों में काम कर रही हैं और और सब राज्यों में बीजेपी की सरकार नहीं है. उन्होंने यह भी कहा है कि "मैं अपना काम करता हूं, वह (राहुल गांधी) अपने हिसाब से राजनीति करते हैं. “
गौतम अडानी ने रजत शर्मा द्वारा होस्ट की जाने वाली आप की अदालत में कहा है कि
"हमारा मकसद रहेगा कि हर राज्य में जहां-जहां संभव हो, वहां अधिकतम निवेश करें... अडानी ग्रुप को इस बात की खुशी है कि आज हम 22 राज्यों में काम कर रहे हैं और सब राज्यों में बीजेपी की सरकार नहीं है.हम तो केरल में वाम मोर्चा सरकार के साथ भी काम कर रहे हैं , बंगाल में ममता दीदी के साथ भी काम कर रहे हैं, नवीन पटनायक जी के साथ भी काम कर रहे हैं, जगनमोहन रेड्डी , केसीआर..हर जगह जहां क्षेत्रीय पार्टियों की सरकारें हैं, काम कर रहे हैं."गौतम अडानी
"मोदीजी से आप कोई व्यक्तिगत सहायता नहीं ले सकते"
60 वर्षीय बिजनेसमैन ने इस शो पर पीएम मोदी से मिलने वाली व्यक्तिगत मदद के आरोपों पर कहा कि "मोदीजी से आप कोई व्यक्तिगत सहायता नहीं ले सकते".
“मोदी जब 12 साल मुख्यमंत्री थे, उस समय एक अच्छा अनुभव रहा, लेकिन मैं ये बताना चाहता हूं कि मोदीजी से आप कोई व्यक्तिगत सहायता नहीं ले सकते. आप उनसे नीति विषयक बात कर सकते हैं, आप देश के हित में चर्चा कर सकते हैं, जो नीति बनती है, वह सबके लिये होती है, वो अकेले अडानी ग्रुप के लिये नहीं बनती.“गौतम अडानी
"25 साल के इतिहास में एक दिन भी हमने कभी भुगतान में देरी नहीं की"
अडानी ने यह भी कहा कि उनके मल्टी-बिलियन-डॉलर कंपनी के बारे में एक गलत धारणा है इसके कर्ज लेने से बैंकों और आम लोगों की बचत पर भारी बोझ पड़ रहा है.
"कोई भी इन्फ्रा प्रोजेक्ट शुरू करने से पहले हम इक्विटी लगाते हैं, बैंक से कर्ज लेते हैं. इसमें 40:60 परसेंट का अनुपात रहता है. अडानी ग्रुप भारत में अकेला ग्रुप है, जिसकी कंपनियों की साख भारत की सॉवरेन रेटिंग के बराबर है. वो रेटिंग कोई राजनीतिक दल या बैंक नहीं देती, उसे स्वतंत्र रेटिंग एजेंसी पूरा वित्तीय आकलन करने के बाद देती है. और उसी के आधार पर बैंक कर्ज देते हैं. 25 साल के इतिहास में एक दिन भी हमने कभी भुगतान में देरी नहीं की..."गौतम अडानी
मुंद्रा पोर्ट में करोड़ों के ड्रग्स पकड़े जाने पर बोले- हमारा काम सामान चढ़ाना और उतारना है
राहुल गांधी के इस आरोप पर कि गुजरात के मुंद्रा पोर्ट में करोड़ों के ड्रग्स पकड़े जाने के बावजूद केन्द्र ने अडानी ग्रुप के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की, गौतम अडानी ने कहा कि "पोर्ट ऑपरेटर का काम सिर्फ सामान चढाना और उतारना है. उसके पास कोई पुलिस या जांच या गिरफ्तारी का अधिकार नहीं है. ये काम सरकार की अलग-अलग एजेंसियां करती है. ..ये तो लोगों को गुमराह करने वाली बात है.
"ऐसा नहीं है कि सिर्फ हमारे पोर्ट से स्मगलिंग का सामान आता है, एयरपोर्ट से भी आते हैं. जो भी जांच होती है वो पूरी होती है, पूरी पूछताछ होती है, ऐसा नहीं है कि सरकारी स्तर पर कोई पूछताछ से बच निकलता है. मैं नहीं मानता कि अडानी ग्रुप को कोई स्पेशल ट्रीटमेंट दिया गया.“गौतम अडानी
"कृषि कानून अच्छा था, दुर्भाग्यपूर्ण है कि उसे खारिज कर दिया गया"
कृषि कानूनों को वापस लिये जाने के कदम को दुर्भाग्यजनक बताते हुए गौतम अडानी ने कहा कि भारत के एक नागरिक के नाते मैं मानता हूं कि कृषि कानून अच्छा था, ये कमनसीबी है कि उसको राजनीतिक रंग देकर खारिज कर दिया गया.
उन्होंने दावा किया कि "आज भारत में इतनी ताकत है कि वह पूरी दुनिया को अनाज की सप्लाई कर सकता है. लेकिन सबसे बड़ी समस्या है इन्फ्रस्ट्रक्चर की कमी का, रेलवे से सामान नहीं पहुंच रहे, कोल्ड स्टोरेज नहीं है, वेयरहाउस नहीं है, उपभोक्ता ज्यादा दाम दे रहे हैं और किसानों को पूरी कीमत नहीं मिलती. ये अडानी ग्रुप के फायदे का सवाल नहीं है. ये देश की जनता के लिये जरूरी है.”
(इनपुट- इंडिया टीवी)
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