उत्तर प्रदेश (UP) के गोरखपुर मंदिर (Gorakhpur Temple) में 3 अप्रैल को सुरक्षा में तैनात पीएसी जवानों पर धारदार हथियार से हमला करने वाले आरोपी अहमद मुर्तजा के मानसिक हालात को लेकर उसके पिता के बाद अब डॉक्टर ने भी बयान दिया है.
अहमदाबाद के न्यूरोलॉजिस्ट डॉक्टर अमित भट्ट जिन्होंने 2018 में इलाज के सिलसिले में मुर्तजा से मुलाकात की थी, द क्विंट से बात करते हुए कहते हैं कि जिस तरह की चीजों का वो सामना करना पड़ रहा था उसे देखते हुए एक मनोचिकित्सक को दिखाने के लिए कहा था.
डॉक्टर अमित भट्ट ने कहा, 'उत्तर प्रदेश के गोरखनाथ मंदिर के बाहर पुलिस अधिकारियों पर हमला करने और धार्मिक नारे लगाने के आरोप में हिरासत में लिए गए आईआईटी-बॉम्बे से ग्रैजुएट अहमद मुर्तजा "एंग्जायटी" और "भ्रमपूर्ण विचारों" यानी कि "delusional thoughts," से पीड़ित थे और साल 2018 में मुर्तजा ने एक बार मुझसे सलाह ली थी.
"यह व्यक्ति 2018 में एक बार इलाज के लिए मेरे पास आया था. हमने उस पर कुछ परीक्षण किए और पाया कि उसका मामला न्यूरोलॉजिकल केस नहीं था. इसलिए हमने उसे एक मनोचिकित्सक को दिखाने के लिए कहा मुझे उसके बाद क्या हुआ इसके बारे में पता नहीं है."
बता दें कि 29 वर्षीय अहमद मुर्तजा IIT बॉम्बे से पास आउट है. यूपी पुलिस ने बताया है कि आरोपी मुर्तजा IIT बॉम्बे से केमिकल इंजीनियरिंग में ग्रेजुएट है.
पुलिस का कहना है कि मुर्तजा ने धार्मिक नारे लगाते हुए गोरखनाथ मंदिर के बाहर तैनात दो पुलिस अधिकारियों पर धारदार हथियार से हमला किया था जिसके बाद उसे हिरासत में ले लिया गया.
गोरखनाथ मंदिर गोरखनाथ मठ का मुख्यालय है, जिसके मुख्य पुजारी उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ हैं.
कौन हैं अहमद मुर्तजा?
मुर्तजा गोरखपुर के एक प्रभावशाली परिवार से आता है, उसके दादा जिला जज के पद से रिटायर हुए, जबकि उसके चाचा शहर के एक प्रमुख डॉक्टर हैं. मुर्तजा ने साल 2015 में IIT बॉम्बे से ग्रैजुएशन किया.
मुर्तजा के पिता मुनीर अहमद के मुताबिक, मुर्तजा ने IIT बॉम्बे से पढ़ने के बाद महाराष्ट्र के नागोथाने में रिलायंस पेट्रोकेमिकल्स में काम किया. उसके परिवार ने यह भी दावा किया कि मुर्तजा ने अपनी नौकरी छोड़ दी और एक ऐप डेवलपर के रूप में अपना स्वतंत्र काम शुरू किया, लेकिन यह आगे नहीं बढ़ा.
परिवार के मुताबिक, मुर्तजा को 2017 में मानसिक स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं होने लगी थीं और कई जगहों पर उसे ऑबजरवेशन में रखा गया था. साल 2019 में वाराणसी में मुर्तजा की शादी हुई थी लेकिन छह महीने बाद दोनों अलग हो गए.
मुर्तजा के पिता ने न्यूज एजेंसी एएनआई को बताया, "वह मानसिक रूप से स्थिर नहीं है. बचपन से ही वह डिप्रेशन से पीड़ित था. कुछ घटनाओं के कारण, उसे लगा कि पुलिस उसके पीछे है."
मुर्तजा के पिता का कहना है कि गोरखपुर मंदिर में हमला उनके बेटे द्वारा पूर्व नियोजित नहीं था, और मानसिक गड़बड़ी के कारण उसने इसे अंजाम दिया.
फिलहाल गोरखपुर में मुर्तजा के घर को पुलिस ने घेर रखा है और मीडिया को परिवार से बात करने की इजाजत नहीं है.
घटना की एक कथित वीडियो में, मुर्तजा को एक धारदार हथियार के साथ पुलिस अधिकारियों पर हमला करने की कोशिश करते देखा जा सकता है, साथ ही उस पर काबू पाने की कोशिश में कांस्टेबलों और आम लोगों को उस पर पथराव और ईंटें फेंकते देखा जा सकता है.
वहीं दूसरी ओर यूपी सरकार ने सोमवार को कहा कि यह हमला एक गंभीर साजिश का हिस्सा था और इसे "आतंकवादी घटना" करार दिया है. यूपी पुलिस ने आरोपी पर हत्या के प्रयास और धर्म के आधार पर दुश्मनी को बढ़ावा देने का आरोप लगाया है.
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