बैंकिंग क्षेत्र के कर्मचारियों की संस्था यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियंस (यूएफबीयू) के बैनर तले मंगलवार 28 फरवरी को हड़ताल का आह्वान किया गया है. नोटबंदी के दौरान अतिरिक्त काम करने के लिए बैंक कर्मचारियों को मुआवजा दिए जाने और दूसरी मांगों को लेकर सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक कर्मचारियों ने इस हड़ताल का आह्वान किया है.
मंगलवार को बैंकों के कामकाज पर भारी असर पड़ सकता है. बता दें कि 3 दिन छुट्टी के बाद सोमवार को बैंक खुले थे.
निजी क्षेत्र के आईसीआईसीआई बैंक, एचडीएफसी बैंक, एक्सिस बैंक और कोटक महिन्द्रा बैंक में कामकाज सामान्य रहने की उम्मीद है. केवल चेक क्लीयरेंस में कुछ देरी हो सकती है.
सार्वजनिक क्षेत्र के बड़े बैंकों स्टेट बैंक, पंजाब नेशनल बैंक और बैंक ऑफ बड़ौदा समेत कई बैंकों ने अपने ग्राहकों को पहले ही सूचित कर दिया है कि अगर हड़ताल होती है तो उनकी शाखाओं में कामकाज प्रभावित हो सकता है.
कुछ बैंक संगठनों ने हड़ताल को राजनीतिक करार दिया
यूएफबीयू में शामिल दो बैंक यूनियन नेशनल आर्गनाइजेशन ऑफ बैंक वर्कर्स और नेशनल आर्गनाईजेशन ऑफ बैंक आफिसर्स इस हड़ताल में शामिल नहीं हैं. इन संगठनों ने हड़ताल को राजनीति से प्रभावित कदम बताया है. संगठनों का कहना है कि वह इस हड़ताल में शामिल नहीं है इसलिए इसे यूएफबीयू की हड़ताल कहना सरासर गलत है.
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