ऐप बेस्ड फूड डिलीवरी सर्विसेज वाली कंपनी जोमाटो (Zomato) और स्विगी (Swiggy) को आज से पांच प्रतिशत जीएसटी (GST) का भुगतान करना होगा. लेकिन इससे ग्राहकों की जेब पर सरकार की तरफ से कोई अतिरिक्त बोझ नहीं डाला जा रहा है.
दरअसल सरकार पहले रेस्त्रां और होटल से जीएसटी लेती थी. लेकिन सरकार ने पाया कि ऑनलाइन डिलेवरी प्लेटफॉर्म का इस्तेमाल कर बहुत सारे ऐसे रेस्त्रां कर से बच रहे थे. अब सरकार ने इन रेस्त्रां के बजाए, ऑनलाइन फूड डिलेवरी प्लेटफॉर्म से कर लेने का फैसला किया है.
वित्त मंत्रालय ने भी इस बारे में साफ किया है कि ग्राहकों को कोई अतिरिक्त कर नहीं चुकाना होगा. लेकिन अब होटल पर जाकर खाना खाने और ऑनलाइन प्लेटफॉर्म से ऑर्डर करने के बीच का जो अंतर था, वह बढ़ जाएगा. मतलब रेस्त्रां में खाना पहले की तुलना में थोड़ा सस्ता पड़ेगा. वहीं ऑनलाइन प्लेटफॉर्म से ऑर्डर करना पहले की तुलना में महंगा पड़ेगा.
17 सितंबर 2021 को जीएसटी परिषद की 45 वीं बैठक हुई थी. उसी बैठक में यह फैसला लिया गया था.
कैब सर्विसेज ओला, उबर भी कुछ सेवाओं के लिए करेंगे भुगतान
फूड डिलीवरी सर्विस के अलावा ओला और उबर जैसे कैब एग्रीगेटर्स को भी आज एक जनवरी से प्रभावी टू और थ्री व्हीलर वाहनों की बुकिंग के लिए 5 प्रतिशत जीएसटी जमा करना होगा.
यानी की ओला उबर के ग्राहक अगर अब ऑटो या मोटर बाइक राइड बुक करते है तो उसके लिए आज से उन्हें 5 प्रतिशत जीएसटी का भुगतान करना होगा. अबतक जीएसटी का भुगतान सिर्फ कैब (कार) बुक करने पर करना होता था.
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