ADVERTISEMENTREMOVE AD

कांग्रेस से नाराज हार्दिक- "मेरी हालत उस दूल्हे जैसी जिसकी नसबंदी करा दी गई है"

Hardik Patel को 2020 में गुजरात कांग्रेस का कार्यकारी अध्यक्ष बनाया गया था.

Updated
story-hero-img
i
छोटा
मध्यम
बड़ा

गुजरात में इसी साल विधानसभा चुनाव होने हैं और उससे पहले ही कांग्रेस में अंदुरूनी घमासान नजर आ रहा है. पाटीदार नेता और गुजरात कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष हार्दिक पटेल अपनी पार्टी कांग्रेस से इन दिनों नाराज दिख रहे हैं. हार्दिक पटेल ने बुधवार, 13 अप्रैल को कहा कि उन्हें पार्टी में दरकिनार कर दिया गया है और पार्टी नेतृत्व उनके कौशल का उपयोग करने को तैयार नहीं है.

ADVERTISEMENTREMOVE AD

हार्दिक ने कहा,

गुजरात कांग्रेस में मेरी हालत उस दूल्हे जैसी है, जिसकी शादी के बाद नसबंदी करा दी गई हो.

हार्दिक पटेल ने ये टिप्पणी ऐसे वक्त में की है, जब सुप्रीम कोर्ट ने मेहसाणा हिंसा मामले में उन्हें दोषी ठहराए जाने के हाईकोर्ट के आदेश पर रोक लगा दी है. इसके बाद हार्दिक ने आगामी विधानसभा चुनाव लड़ने के संकेत दिए हैं.

बता दें कि साल 2015 में, हार्दिक ने गुजरात में पाटीदार समुदाय के अभियान की अगुवाई की थी, उन्होंने अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) श्रेणी के तहत आरक्षण की मांग की थी.

इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक, हार्दिक पटेल ने कहा कि मुझे पीसीसी (प्रदेश कांग्रेस कमिटी) की किसी बैठक में आमंत्रित नहीं किया जाता. कोई भी निर्णय लेने से पहले वे मुझसे सलाह नहीं ली जाती है. फिर इस पद का क्या मतलब है?

हार्दिक की नाराजगी की और क्या है वजह

हार्दिक ने कांग्रेस में निर्णय शक्ति पर भी सवाल उठाया है और पाटीदार नेता नरेश पटेल को कांग्रेस में शामिल किए जाने में हो रही देरी पर सवाल उठाया है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस के नेताओं के आए दिन मीडिया में बयान आते हैं, इसकी वजह से पूरे पाटीदार समाज का अपमान हो रहा है. दो महीने हो चुके हैं, लेकिन अब तक नरेश पटेल को पार्टी में शामिल करने पर फैसला क्यों नहीं हुआ? कांग्रेस हाईकमान और स्थानीय नेतृत्व को इस पर तुरंत फैसला लेना चाहिए.

'मुझसे कोई सलाह नहीं ली जाती': हार्दिक पटेल

हार्दिक ने कहा,

"हाल ही में, उन्होंने 75 नए महासचिवों और 25 नए उपाध्यक्षों की घोषणा की, क्या उन्होंने मुझसे सलाह भी ली, कि हार्दिक भाई, क्या आपको लगता है कि सूची से कोई मजबूत नेता गायब है?"

हार्दिक पटेल को 2020 में गुजरात कांग्रेस का कार्यकारी अध्यक्ष बनाया गया था. हार्दिक ने कहा कि आरक्षण आंदोलन ने 2015 में स्थानीय निकायों के चुनावों के दौरान और 2017 के विधानसभा चुनावों में भी कांग्रेस को बड़ी संख्या में सीटें जीतने में मदद की थी.

कांग्रेस में बहुत से लोग मानते हैं कि पार्टी 2019 के बाद हार्दिक पटेल का सही इस्तेमाल नहीं कर पाई. इसकी वजह शायद ये है कि पार्टी में कुछ लोग सोच रहे हैं कि अगले 5-10 साल में मैं उनकी तरक्की में बाधा बन सकता हूं.

इसी साल दिसंबर में गुजरात में होने हैं विधानसभा चुनाव

हार्दिक ने पूछा, "2017 के चुनावों में कांग्रेस को हमारे (पटेल समुदाय) के कारण फायदा हुआ. अब, जैसा कि मैं टेलीविजन पर देख रहा हूं कि पार्टी 2022 के चुनावों के लिए नरेश पटेल को शामिल करना चाहती है. मुझे उम्मीद है कि वे 2027 के चुनावों के लिए एक नए पटेल की तलाश नहीं करेंगे." पार्टी उन लोगों का उपयोग क्यों नहीं करती जो उनके पास पहले से हैं?"

ADVERTISEMENTREMOVE AD

'रेडी टू वेलकम नरेश पटेल': गुजरात कांग्रेस अध्यक्ष जगदीश ठाकोर

इस बीच, गुजरात कांग्रेस अध्यक्ष जगदीश ठाकोर ने कहा कि हार्दिक की निराशा को समझने के लिए उनके साथ बैठक की जाएगी और पार्टी नरेश पटेल के स्वागत के लिए तैयार है. उन्होंने कहा, "कांग्रेस नरेश पटेल के स्वागत के लिए तैयार है. गेंद अब नरेश पटेल के पाले में है. हमने उनसे पहले भी चर्चा की थी और उनसे पार्टी में शामिल होने का आग्रह किया था. लेकिन, अंततः, अंतिम निर्णय केवल उनके द्वारा लिया जाएगा."

(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)

Published: 
सत्ता से सच बोलने के लिए आप जैसे सहयोगियों की जरूरत होती है
मेंबर बनें
×
×