हिंदू संगठनों के विरोध को देखते हुए हरियाणा के गुरुग्राम में शुक्रवार को जुमे की नमाज पुलिस की सुरक्षा के साये में पढ़ी गई. खुली जगहों पर नमाज पर उठ रहे विरोध के बाद पुलिस ने मुसलमानों को 47 जगहों पर नमाज पढ़ने की इजाजत दी थी.
नमाज को लेकर किसी भी तरह का हंगामा न हो, इसके लिए मुस्लिम संगठनों ने जगह-जगह पर वॉलेंटियर भी तैनात किए थे.
कुछ हिंदूवादी संगठन के लोगों ने सिकंदरपुर मेट्रो स्टेशन के पास हंगामा किया, लेकिन पुलिस ने वक्त रहते उन्हें काबू में कर वहां से हटा दिया.
हिंदूवादी गुट के जतिन ने बताया कि सरकार ने मुसलमानों को सिर्फ 47 जगह नमाज की इजाजत दी है. उन्होंने कहा कि ये उनकी जीत है. लेकिन वहीं खड़े राजू सिकंदरपुरिया ने कहा कि वे किसी को भी रोड पर नमाज नहीं पढ़ने देंगे, मुसलमानों को कहीं भी जमीन कब्जा करने नहीं देंगे. हालांकि अगले ही पल पुलिस को देख सब वहां से भाग खड़े हुए.
लेजर वैली के पास एक पार्किंग में नमाज पढ़ाने वाले इमाम इनामुल हसन ने बताया कि वो इससे पहले पास के ही एक पार्क में नमाज पढ़ाते थे, जहां करीब 800 से ज्यादा लोग जमा होते थे. अब तक वहां आसपास किसी को दिक्कत नहीं हुई थी.
हमारा मकसद किसी की जमीन को कब्जा करना नहीं है. इफको टावर के आसपास रहने वाले हिंदू भाइयों को कभी कोई दिक्कत नहीं हुई, लेकिन दूसरी जगहों को लेकर पता नहीं क्यों परेशानी हुई. अब सरकार जहां कहेगी, हम वहीं नमाज पढ़ेंगे.इनामुल हसन, इमाम
बता दें कि 20 अप्रैल को गुरुग्राम के सेक्टर 53 के पास एक खुले मैदान में संयुक्त हिन्दू जागरण समिति के लोगों ने मुसलमानों को नमाज पढ़ने से रोक दिया था. इसके बाद से खुले में नमाज को लेकर विवाद शुरू हो गया.
हिन्दू संगठनों के विरोध को देखते हुए प्रशासन ने मुस्लिम संगठनों से नमाज पढ़ने वाली जगहों की लिस्ट मांगी थी. मुस्लिम संगठन ने जवाब में 70 से ज्यादा जगहों की लिस्ट सौंपी थी, लेकिन 47 जगहों पर आपसी सहमति बन पाई.
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