हरियाणा के करनाल में किसानों के प्रदर्शन के दौरान सिर फोड़ने का आदेश देने वाले एसडीएम आयुष सिन्हा के खिलाफ आखिरकार एक्शन ले लिया गया है. एसडीएम का अब ट्रांसफर हो चुका है. किसान लगातार एसडीएम और पुलिस कार्रवाई के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे थे. हालांकि हरियाणा सरकार ने 19 अन्य अधिकारियों के साथ ही आयुष सिन्हा का ट्रांसफर भी किया है. यानी दोनों पक्षों को साधने की कोशिश की गई है.
एसडीएम ने दिया था विवादित बयान
बता दें कि, बीजेपी की बैठक के दौरान किसानों ने प्रदर्शन करने का ऐलान किया था. जिसके बाद एसडीएम करनाल ने किसानों को लेकर एक विवादित बयान दिया. उन्होंने पुलिस को आदेश देते हुए कहा था कि, जो भी यहां से जाए उसका सिर फूटा होना चाहिए. ये मेरा सीधा आदेश है.
इसके बाद किसानों के साथ जमकर लाठीचार्ज हुआ था. जिसमें कई किसान बुरी तरह घायल हो गए. लहूलुहान किसानों की तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल होने लगीं. जिसके बाद एसडीएम के वीडियो के साथ इन तस्वीरों को जोड़कर शेयर किया गया. लोगों ने इसकी जमकर आलोचना की और कहा कि ऐसे अधिकारी को तुरंत सस्पेंड किया जाना चाहिए.
सीएम और डिप्टी सीएम ने किया समर्थन
इससे पहले जहां एक तरफ हरियाणा सरकार की किसानों पर लाठीचार्ज को लेकर जमकर आलोचना हो रही थी, वहीं मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर और डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला पुलिस प्रशासन का बचाव करने में जुटे थे. पहले सीएम खट्टर ने कहा कि पुलिस सख्ती जरूरी थी, क्योंकि किसानों ने प्रदर्शन के दौरान पुलिस पर पत्थर फेंके थे. इसके बाद किसानों का समर्थन करने वाले डिप्टी सीएम चौटाला ने चौंकाने वाला बयान देते हुए कहा कि, अगर किसी पर हमला होता है तो वो फूलों की माला के साथ आपका इंतजार नहीं करेगा.
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