जम्मू-कश्मीर (Jammu and Kashmir) को लेकर एक बार फिर से हलचल शुरू हो चुकी है. बताया जा रहा है कि अब सरकार जम्मू और कश्मीर में विधानसभा चुनाव कराने की तैयारी कर रही है. इसके लिए दिल्ली में एक हाई लेवल बैठक हुई है. जिसमें गृहमंत्री अमित शाह, जम्मू और कश्मीर के डीजीपी दिलबाग सिंह, नेशनल सिक्योरिटी एडवाइजर अजीत डोभाल, गृह सचिव अजय भल्ला, आईबी डायरेक्टर अरविंद कुमार, रॉ चीफ सामंत कुमार गोयल और सीआरपीएफ के डायरेक्टर जनरल कुलदीप सिंह ने हिस्सा लिया.
राजनीतिक दलों से हो सकती है बातचीत
इस अहम बैठक के बाद कश्मीर को लेकर चर्चाएं तेज हो चुकी हैं. हालांकि बताया जा रहा है कि इस बैठक में अमरनाथ यात्रा को लेकर चर्चा हुई. लेकिन सूत्रों का मानना है कि कश्मीर में मौजूदा हालात और भविष्य में चुनाव कराने की संभावनाओं पर भी चर्चा हुई.
कुछ ही दिन पहले रिपोर्ट्स में बताया गया था कि जम्मू-कश्मीर को लेकर केंद्र सरकार राजनीतिक दलों से बातचीत कर सकती है. इस दौरान तमाम राजनीतिक दलों से कश्मीर में चुनाव को लेकर चर्चा होगी. इस खबर के कुछ ही दिन बाद अब केंद्रीय गृहमंत्री की तमाम एजेंसियों के प्रमुखों और जम्मू-कश्मीर के राज्यपाल से मुलाकात ने चर्चाएं और तेज कर दी हैं.
आर्टिकल 370 को लेकर रणनीति बना रहे कश्मीरी दल
बता दें कि आर्टिकल 370 हटाए जाने के बाद से जम्मू-कश्मीर के हालात को लेकर लगातार कई तरह की खबरें सामने आती रही हैं. जहां केंद्र सरकार दावा कर रही है कि अब कश्मीर में सब कुछ ठीक है और आर्टिकल 370 का असर विकास के तौर पर दिख रहा है, वहीं कश्मीर के राजनीतिक दलों का कहना है कि केंद्र के इस कदम से आवाम खुश नहीं है. इस फैसले के खिलाफ तमाम बड़े और छोटे दलों ने गुपकार एलायंस बनाया है. जिसके जरिए वो आर्टिकल 370 को बहाल करने और कश्मीर के अन्य मुद्दों को उठा रहे हैं.
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