केंद्रीय गृह सचिव अजय भल्ला ने 11 मई को सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के चीफ सेक्रेटरीज को लेटर लिखकर बिना किसी रुकावट के श्रमिक स्पेशल ट्रेनों को रिसीव करने का अनुरोध किया है.
भल्ला ने और ज्यादा श्रमिक स्पेशल ट्रेनें चलाने के लिए राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों से रेलवे का सहयोग करने का भी अनुरोध किया है, जिससे प्रवासी कामगार जल्द से जल्द अपने घर पहुंच पाएं.
केंद्रीय गृह सचिव ने राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के साथ 10 मई को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए हुई बैठक के बाद यह लेटर लिखा है.
लेटर में कहा गया है कि सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि प्रवासी कामगार सड़कों या रेलवे ट्रैक्स पर पैदल ना चलें, अगर वे इस स्थिति में पाए जाते हैं तो उनको उचित सलाह दी जानी चाहिए, पास के शेल्टर होम में ले जाकर खाना-पानी आदि मुहैया कराया जाना चाहिए, जब तक कि उनके घर लौटने के लिए श्रमिक स्पेशन ट्रेन या बस की व्यवस्था नहीं हो जाती.
बता दें कि श्रमिक स्पेशल ट्रेनों और बसों के चलने के बावजूद भी प्रवासी मजदूरों के पैदल चलकर घर लौटने को मजबूर होने की रिपोर्ट्स लगातार सामने आ रही हैं.
पिछले हफ्ते महाराष्ट्र के औरंगाबाद में ऐसे ही प्रवासियों के साथ एक बड़ा हादसा हो गया, जिसमें एक मालगाड़ी से कटकर 16 लोगों की जान चली गई.
प्रवासी मजदूरों के पैदल घर लौटने के मामले पर महाराष्ट्र के गृह मंत्री अनिल देशमुख ने न्यूज एजेंसी पीटीआई-भाषा से कहा, ‘‘यह सच है कि प्रवासी मजदूर जो सैकड़ों किलोमीटर दूर स्थित अपने घरों के लिए पैदल निकल गए हैं वे लॉकडाउन के नियमों का उल्लंघन कर रहे हैं लेकिन हम उन्हें मानवीय आधार पर जाने दे रहे हैं.’’
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