विपक्षी दलों के गठबंधन- 'INDIA' ने नई दिल्ली में अपनी कॉर्डिनेशन कमिटी की बैठक के बाद कुछ टेलीविजन एंकरों का बायकॉट करने का ऐलान किया. इसके एक दिन बाद गुरुवार, 14 सितंबर को 14 ऐसे टेलीविजन एंकरों के नाम की लिस्ट भी समाने आ गयी है, जिसने शो पर गठबंधन के नेता नहीं जाएंगे.
ये टेलीविजन एंकर हैं:
अदिति त्यागी
अमन चोपड़ा
अमीश देवगन
आनंद नरसिम्हा
अर्नब गोस्वामी
अशोक श्रीवास्तव
चित्रा त्रिपाठी
गौरव सावंत
नाविका कुमार
प्राची पाराशर
रुबिका लियाकत
शिव अरूर
सुधीर चौधरी
सुशांत सिन्हा
इस लिस्ट को कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने ट्वीट किया है.
"कांग्रेस के इतिहास में मीडिया को धमकाने और अलग विचार रखने वालों को चुप कराने के कई उदाहरण हैं"
कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने कहा कि, "रोज शाम पांच बजे से कुछ चैनल्स पर नफरत की दुकानें सजायी जाती हैं. हम नफरत के बाजार के ग्राहक नहीं बनेंगे. हमारा उद्देश्य है ‘नफरत मुक्त भारत’. बड़े भारी मन से यह निर्णय लिया गया कि कुछ एंकर्स के शोज व इवेंट्स में हम भागीदार नहीं बनें. हमारे नेताओं के खिलाफ अनर्गल टिप्पणियां, फेक न्यूज आदि से हम लड़ते आए हैं और लड़ते रहेंगे लेकिन समाज में नफरत नहीं फैलने देंगे. मिटेगी नफरत - जीतेगी मुहब्बत."
वहीं बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने कहा कि, "कांग्रेस के इतिहास में मीडिया को धमकाने और अलग विचार रखने वालों को चुप कराने के कई उदाहरण हैं. पंडित नेहरू ने बोलने की आजादी पर रोक लगा दी और उनकी आलोचना करने वालों को गिरफ्तार कर लिया. इंदिरा जी इसे करने के तरीके में स्वर्ण पदक विजेता बनी हुई हैं - प्रतिबद्ध न्यायपालिका, प्रतिबद्ध नौकरशाही का आह्वान किया और भयावह आपातकाल लगाया. राजीव जी ने मीडिया को राज्य के नियंत्रण में लाने की कोशिश की लेकिन बुरी तरह असफल रहे. सोनिया जी के नेतृत्व वाली यूपीए सोशल मीडिया हैंडल पर सिर्फ इसलिए प्रतिबंध लगा रही थी क्योंकि कांग्रेस को उनके विचार पसंद नहीं थे."
बीजेपी ने इस मामले में प्रेस नोट जारी कर लिखा कि अहंकारी गठबंधन में शामिल INDI Alliance दलों द्वारा पत्रकारों का बहिष्कार और धमकी देने का लिया गया निर्णय अत्यंत निंदनीय है. यह उनकी दमनकारी और तानाशाही सोच को दर्शाता है. बीजेपी गठबंधन की इस घटिया मानसिकता की कड़ी निंदा करती है."
'INDIA' की कॉर्डिनेशन कमिटी की बैठक में लिए गए 4 फैसले
नई दिल्ली में विपक्षी गठबंधन 'INDIA' की कॉर्डिनेशन कमिटी की बैठक एनसीपी प्रमुख शरद पवार (Sharad Pawar) के आवास पर संपन्न हुई. कमेटी की 13 सदस्यों में 12 सदस्यों ने बैठक में भाग लिया. बैठक के बाद आए संयुक्त बयान के मुताबिक टीएमसी के अभिषेक बनर्जी बैठक में हिस्सा नहीं ले पाए क्योंकि उन्हें ईडी का समन आया हुआ है.
बैठक में कोऑर्डिनेशन कमेटी ने 4 फैसले लिए:
सीटों का बंटवारा तय करने की प्रक्रिया शुरू करने का फैसला लिया गया है. यह निर्णय लिया गया कि सदस्य दल बातचीत करेंगे और जल्द से जल्द सीट शेयरिंग पर निर्णय लेंगे.
कमेटी ने देश के अलग-अलग हिस्सों में संयुक्त सार्वजनिक रैली करने का फैसला किया है. पहली संयुक्त सार्वजनिक रैली अक्टूबर के पहले हफ्ते में महंगाई, बेरोजगारी और बीजेपी सरकार में भ्रष्टाचार के मुद्दे पर एमपी की राजधानी भोपाल में होगी.
बैठक में तय किया गया कि कास्ट सेंस के मुद्दे को उठाया जाएगा
कमेटी कुछ न्यूज चैनलों के ऐसे एंकरों के नाम तय करेगी जिनके कार्यक्रम में इंडिया गठबंधन अपने प्रवक्ताओं या प्रतिनिधियों को नहीं भेजेगा (अब यह लिस्ट सामने आ गयी है.)
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