इंडिया ब्लॉक (INDIA Bloc) दलों की बैठक गुरुवार (4 जनवरी) को शाम 6:30 बजे हो सकती है. NDTV ने सूत्रों के हवाले से कहा कि वैठक किसी जगह पर होने के बजाए वर्चुअल तरीके से होगी. बैठक का मुख्य एजेंडा लोकसभा चुनाव 2024 से पहले विपक्षी दलों के सीट बंटवारे और संयोजक पद को लेकर चर्चा हो सकता है. इसके अलावा बीजेपी के खिलाफ कैसे मुकाबला किया जाए, इस पर भी आम सहमति बन सकती है.
नीतीश कुमार का नाम संयोजक पद के लिए सबसे आगे
सूत्रों के अनुसार, बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का नाम INDIA ब्लॉक के संयोजक पद की रेस में सबसे आगे है. पिछले साल दिसंबर के अंत में जेडीयू नेता ललन सिंह के अध्यक्ष पद से इस्तीफा देने और नीतीश कुमार के कमान संभालने के बाद गठबंधन दलों पर सीएम को आगे करने को लेकर दबाव भी बढ़ गया है. कुमार के जेडीयू के अलावा गठबंधन में शामिल अन्य दलों का भी समर्थन मिल रहा है.
बिहार के उपमुख्यमंत्री और राष्ट्रीय जनता दल (RJD) नेता तेजस्वी यादव ने नीतीश कुमार के अनुभवी नेतृत्व में विश्वास व्यक्त किया. तेजस्वी यादव ने बुधवार को कहा, "नीतीश कुमार इतने वरिष्ठ नेता हैं. अगर ऐसा कोई प्रस्ताव आता है, तो यह बिहार के लिए बहुत अच्छा होगा."
हालांकि, संयोजक चुनना INDIA ब्लॉक के सामने आने वाली कई चुनौतियों का केवल एक पहलू है. तेजस्वी ने कहा कि पार्टियों के बीच सीट-बंटवारे का मुद्दा एक जटिल मामला बना हुआ है, लेकिन इसे समय रहते सुलझाया जा सकता है.
हम बिहार में एक साथ आए जिसके बाद देश भर में बीजेपी विरोधी दलों को एक साथ लाने का प्रयास किया गया, जिसकी परिणति इंडिया ब्लॉक के गठन के रूप में हुई. इसलिए, सीट-बंटवारे को लेकर चिंता करने का कोई कारण नहीं है. समय रहते इसे सुलझा लिया जाएगा.तेजस्वी यादव, डिप्टी सीएम, बिहार
विपक्ष की चुनौती
वहीं, विपक्ष की बैठक ऐसे समय में हो रही है जब इंडिया ब्लॉक के सदस्य आम आदमी पार्टी (AAP) के नेता और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को दिल्ली शराब नीति घोटाले में उनकी कथित संलिप्तता के लिए प्रवर्तन निदेशालय (ED) द्वारा संभावित गिरफ्तारी का सामना करना पड़ रहा है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाले एनडीए का मुकाबला करने के लिए इंडिया ब्लॉक पार्टियां "मैं नहीं, हम" (वी, नॉट मी) के बैनर तले एक साथ आ रही हैं. हालांकि, सामूहिक कार्रवाई के संदेश के बावजूद, विपक्षी गठबंधन ने अभी तक एक वैकल्पिक आम कार्यक्रम को सुव्यवस्थित नहीं किया है या एक संयोजक, एक प्रवक्ता और एक आम सचिवालय की नियुक्ति नहीं की है.
बीजेपी विधानसभा चुनाव में जीत से उत्साहित
राजस्थान, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में बीजेपी की हालिया जीत ने विपक्ष पर एकजुट मोर्चा पेश करने का दबाव बढ़ा दिया है. हिंदी पट्टी में कांग्रेस का लगभग सफाया उन्हें अपनी कार्य योजना को फिर से तैयार करने के लिए मजबूर कर सकता है.
INDIA ब्लॉक की चार बैठक, अब तक क्या हुआ?
इंडिया ब्लॉक की पहली बैठक 23 जून को पटना में, दूसरी 17-18 जुलाई को बेंगलुरु में और तीसरी 31 अगस्त से 1 सितंबर के बीच मुंबई और चौथी बैठक 19 दिसंबर को दिल्ली में हुई थी.
पहली बैठक में पार्टियों ने "बीजेपी को सत्ता से हटाने" के लिए आगामी लोकसभा चुनाव एक साथ लड़ने का संकल्प लिया.
दूसरी बैठक बेंगलुरु में हुई, जिसमें गठबंधन के नाम - भारतीय राष्ट्रीय विकासात्मक समावेशी गठबंधन (INDIA) की घोषणा की गई.
तीसरी बैठक में लोकसभा चुनावों के लिए प्रमुख चुनावी मुद्दों पर चर्चा की, समन्वय समिति बनाई, और 2024 के भारतीय आम चुनावों को 'जहां तक संभव हो' एक साथ लड़ने के लिए तीन सूत्री प्रस्ताव पारित किया.
वहीं, चौथी बैठक में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे का नाम इंडिया ब्लॉक के पीएम चेहरे के रूप में प्रस्तावित किया गया. जानकारी के अनुसार, पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी और दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने खड़गे के नाम का प्रस्ताव रखा. इसके अलावा सीट बंटवारे पर भी चर्चा हुई थी.
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