ADVERTISEMENTREMOVE AD

'INDIA' Block 4th Meeting: सीट शेयरिंग, जाति जनगणना पर बनेगी बात- चेहरे पर सस्पेंस?

INDIA alliance Delhi Meeting: विपक्ष गठबंधन 'इंडिया' अब तक तीन बैठक- पटना, बेंगलुरू, मुंबई- में कर चुका है.

story-hero-img
i
छोटा
मध्यम
बड़ा

संसद के दोनों सदनों से रिकॉर्ड संख्या में विपक्षी सांसदों को निलंबित किए जाने के एक दिन बाद, 'INDIA' ब्लॉक की साढ़े तीन महीने बाद मंगलवार (19 दिसंबर) को दिल्ली में बैठक होने जा रही है. बैठक दोपहर तीन बजे राजधानी दिल्ली के अशोका होटल में आयोजित की जाएगी.

ADVERTISEMENTREMOVE AD

बैठक में किन मुद्दों पर होगी चर्चा?

बैठक में क्षेत्रीय दल सीट बंटवारे को जल्द से जल्द अंतिम रूप दिया जाने की मांग कर सकते हैं ताकि वे उम्मीदवारों का चयन और संयुक्त रैलियों सहित अभियान कार्यक्रम शुरू कर सकें, जबकि जाति जनगणना भी एजेंडे में होने की संभावना है, गठबंधन के लिए तत्काल चुनौती एक संयोजक चुनने पर आम सहमति बनाना है.

क्षेत्रीय दलों को उम्मीद है कि कांग्रेस बैठक का मुख्य एजेंडा रखेगी. अपनी ओर से, ये दल बीजेपी से मुकाबला करने के लिए संयुक्त रणनीति को फिर से तैयार करने के लिए अपने सुझाव बैठक में रखेंगे.

क्षेत्रीय दलों ने पहले गठबंधन की गतिविधियों के रुकने पर नाखुशी व्यक्त की थी क्योंकि कांग्रेस पांच राज्यों में विधानसभा चुनावों की तैयारी कर रही थी. इंडियन एक्सप्रेस से एक विपक्षी नेता ने सोमवार को कहा, "मुख्य सकारात्मक एजेंडा विकसित करना, सीट शेयरिंग करना और संयुक्त रैलियां आयोजित करने का कार्यक्रम चर्चा के मुख्य बिंदुओं में से हैं."

कांग्रेस के सूत्रों ने कहा कि गठबंधन के घटक दल बीजेपी का मुकाबला करने के लिए एक वैकल्पिक सकारात्मक एजेंडे पर चर्चा करेंगे और यह ब्लॉक एकता थीम "मैं नहीं, हम (मैं नहीं, हम)" के साथ आगे बढ़ेगा.

इंडियन एक्सप्रेस से समाजवादी पार्टी के एक नेता ने कहा, "SP सीट बंटवारे पर चर्चा की मांग करेगी. एक बार सीटों का बंटवारा हो जाने के बाद पार्टियां उम्मीदवारों के चयन, अपने संगठन को मजबूत करने और सहयोगियों की स्थानीय इकाई के साथ समन्वय की तैयारी शुरू कर सकती हैं."

हाल ही में मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में गठबंधन को लेकर SP और कांग्रेस के बीच मतभेदों का असर निश्चित रूप से पड़ेगा. SP और कांग्रेस के शीर्ष नेता लोकसभा चुनाव से पहले उत्तर प्रदेश में गठबंधन के सवाल पर चर्चा करेंगे.
समाजवादी पार्टी नेता

समाजवादी पार्टी के नेता ने कहा, उनके अनुसार पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव और वरिष्ठ नेता राम गोपाल यादव बैठक में शामिल होंगे.

जनता दल (यूनाइटेड) के एक नेता ने कहा कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, जिन्होंने इस साल की शुरुआत में पार्टियों को एक मंच पर लाने के लिए पहला कदम उठाया था, सुझाव देंगे कि INDI गठबंधन जाति जनगणना का समर्थन करने पर आम सहमति बनाए.

इसके अलावा जो क्षेत्रीय दल राज्यों में मजबूत हैं, उन्हें अपने-अपने राज्यों में गठबंधन का नेतृत्व करने की अनुमति दी जानी चाहिए. उदाहरण के लिए, उत्तर प्रदेश में गठबंधन का नेतृत्व करने के लिए समाजवादी पार्टी और राष्ट्रीय लोक दल और इसी तरह बिहार में जेडीयू और राष्ट्रीय जनता दल (राजद) पर विचार किया जाना चाहिए.
JDU नेता

कौन-कौन दल शामिल होंगे?

इस मीटिंग में कांग्रेस नेता सोनिया गांधी, राहुल गांधी और पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव, दिल्ली के CM अरविंद केजरीवाल, बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश, फारूक अब्दुल्ला, उमर अब्दुल्ला, शिवसेना (UBT) सुप्रीमो उद्धव ठाकरे, महबूबा मुफ्ती, RLD से जयंत चौधरी, आरजेडी से लालू प्रसाद यादव, तेजस्वी यादव और डीएमके प्रमुख एमके स्टालिन मौजूद रहेंगे. जानकारी के अनुसार, बैठक में 27 दलों के कुल 29 प्रमुख नेता शामिल हो सकते हैं.

इससे पहले सोमवार को दिल्ली के मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी (आप) के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने राजनीतिक स्थिति पर चर्चा करने के लिए ममता और शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) सुप्रीमो उद्धव ठाकरे से मुलाकात की. जबकि मंगलवार को दिल्ली अरविंद केजरीवाल और एमके स्टालिन की भी मुलाकात हुई.

ADVERTISEMENTREMOVE AD

नीतीश को संयोजक बनाने की मांग

दिल्ली में INDIA ब्लॉक की बैठक से पहले पटना में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के पोस्टर लगाए गए, जिन पर लिखा था, 'अगर सच में जीत चाहिए तो फिर एक निश्चय और एक नीतीश चाहिए'.

बिहार में नीतीश कुमार के समर्थन में लगे पोस्टर पर केंद्रीय मंत्री नित्यानंद राय ने कहा, "वे (नीतीश कुमार) बिहार को नही संभाल पा रहे हैं, वहां व्यवस्था चौपट है. वहां जो भी विकास हो रहा है वह PM मोदी की कल्याणकारी योजनाओं के कारण हो रहा है, नीतीश कुमार को कौन स्वीकारने वाला है. राजनीति में उनका (नीतीश कुमार) कोई महत्व नहीं रह गया है."

किसने क्या कहा?

RJD नेता और बिहार के डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने कहा कि गठबंधन की पहले गठित समितियां चुनाव की तैयारी के लिए पर्दे के पीछे काम कर रही थीं.

पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) की अध्यक्ष ममता बनर्जी ने विश्वास जताया कि गठबंधन के सदस्य सीट बंटवारे के मुद्दे सहित सभी मतभेदों को दूर कर लेंगे. उन्होंने नई दिल्ली में संवाददाताओं से कहा कि पश्चिम बंगाल में टीएमसी, कांग्रेस और वाम दलों के बीच तीन-तरफा गठबंधन "बहुत संभव" है.

दिल्ली सरकार में मंत्री आतिशी ने कहा, "आज INDI गठबंधन की बैठक है. सीटों के बंटवारे और गठबंधन को आगे बढ़ाने को लेकर चर्चा होगी. अरविंद केजरीवाल और आम आदमी पार्टी INDIA ब्लॉक को सफल बनाने के लिए हर संभव प्रयास करेंगे क्योंकि INDI गठबंधन की लड़ाई सिर्फ चुनावी लड़ाई नहीं है यह संविधान की लड़ाई है."

ADVERTISEMENTREMOVE AD
जिस तरह से केंद्र सरकार ने तानाशाही रवैया अपनाया है, ऐसे में यह बैठक और भी महत्वपूर्ण हो जाती है. जनता को यह बताना जरूरी है कि आज यह सांसदों के साथ हो रहा है, उनके अधिकारों का हनन हो रहा है, कल आपके साथ हो सकता है. तानाशाही देश सिर्फ एक इंसान के हिसाब से चलते हैं और वही रवैया आज भारत अपना रहा है. बैठक में चर्चा होगी कि कैसे एक मजबूत विकल्प बनकर हम 2024 में BJP को केंद्र से हटाएं.
प्रियंका चतुर्वेदी, सांसद, शिवसेना (UBT)

'INDIA' की अब तक हुई बैठकों में क्या हुआ?

'INDIA' की अब तक कुल तीन बैठक हुई है. आखिरी बैठक मुंबई में आयोजित की गई, जिसकी मेजबानी शिवसेना (यूबीटी) अध्यक्ष उद्धव ठाकरे ने की और इसमें सोनिया गांधी, राहुल गांधी और पांच राज्यों के मुख्यमंत्री उपस्थित थे.

दो दिवसीय बैठक में, गठबंधन ने आगामी आम चुनावों के लिए प्रमुख चुनावी मुद्दों पर चर्चा की, समन्वय समिति बनाई, और 2024 के भारतीय आम चुनावों को 'जहां तक संभव हो' एक साथ लड़ने के लिए तीन सूत्री प्रस्ताव पारित किया.

दूसरी बैठक बेंगलुरु में हुई, जिसमें विपक्षी गठबंधन के नाम - भारतीय राष्ट्रीय विकासात्मक समावेशी गठबंधन (INDIA) की घोषणा की गई.

पहली बैठक की मेजबानी बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पटना में की. यहीं पर पार्टियों ने "बीजेपी को सत्ता से हटाने" के लिए आगामी लोकसभा चुनाव एक साथ लड़ने का संकल्प लिया.

(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)

सत्ता से सच बोलने के लिए आप जैसे सहयोगियों की जरूरत होती है
मेंबर बनें
×
×