गुरुवार, 16 दिसंबर को भारतीय विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची (Arindam Bagchi) ने कहा कि विदेश मंत्री एस जयशंकर (S Jaishankar) 18 से 20 दिसंबर तक नई दिल्ली में भारत-मध्य एशिया वार्ता की तीसरी मीटिंग की अध्यक्षता करेंगे.
दिल्ली में होने जा रही इस मीटिंग में तुर्कमेनिस्तान, कजाकिस्तान, ताजिकिस्तान, किर्गिस्तान और उज्बेकिस्तान के विदेश मंत्री हिस्सा लेंगे.
एस जयशंकर से मिल सकते हैं ताजिकिस्तान के विदेश मंत्री
उन्होंने आगे बताया कि, ताजिकिस्तान के विदेश मंत्री 18 से 20 दिसंबर तक भारत की आधिकारिक यात्रा पर रहेंगे. भारत आने के बाद ताजिकिस्तान के विदेश मंत्री 18 दिसंबर को भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर से मुलाकात करेंगे.
अरिंदम बागची ने आगे कहा कि दोनों नेताओं के बीच पारस्परिक हितों वाले द्विपक्षीय, क्षेत्रीय और इंटरनेशनल मुद्दों को लेकर बातचीत की जाएगी और पारस्परिक संबंधों को मजबूत करने पर जोर दिया जाएगा.
रिपोर्ट्स के मुताबिक इस मीटिंग के दौरान 19 दिसंबर को मध्य एशियाई देशों के विदेश मंत्रियों के साथ प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की मुलाकात हो सकती है.
'टू प्लस टू वार्ता के लिए अमेरिका से चल रही है बातचीत'
अमेरिका के साथ संबंधों को लेकर अरिंदम बागची ने कहा कि, अमेरिका के साथ नियमित बातचीत चल रही है, हम अमेरिका के साथ अगली टू प्लस टू वार्ता आयोजित करने की तैयारियां कर रहे हैं, अभी इसकी तारीख नहीं तय हो पाई है. उन्होंने कहा कि इस साल इसके होने की उम्मीद बहुत ही कम है.
भारत भेजेगा अफगानिस्तान को मदद
अफगानिस्तान मुद्दे पर बात करते हुए बागची ने कहा कि, संकट काल से जूझ रहे इस देश को हम मानवीय सहायता देते रहेंगे. भारत, अफगानिस्तान को 50 हजार मीट्रिक टन गेहूं देने के लिए तैयार है.
अफगानिस्तान में गेहूं भेजने के लिए जमीनी रास्ते का इस्तेमाल किया जाएगा. जमीनी रास्तों से अफगानिस्तान जाने के लिए पाकिस्तान के अधिकारियों के साथ बातचीत हो रही है.
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