ADVERTISEMENTREMOVE AD

डोकलाम में फिर बढ़ सकती है भारत और चीन के बीच तनातनी 

रक्षा राज्य मंत्री ने कहा, डोकलाम में हालात संवेदनशील हैं 

Published
भारत
2 min read
story-hero-img
i
छोटा
मध्यम
बड़ा
Hindi Female

डोकलाम में चीन और भारतीय सेना के बीच एक बार फिर गतिरोध पैदा हो सकता है. रक्षा राज्यमंत्री सुभाष भामरे ने गुरुवार को कहा कि चीन के साथ लगती भारत की सीमा पर स्थिति संवेदनशील है तथा इसके बढ़ने की संभावना है.

ADVERTISEMENTREMOVE AD

उन्होंने कहा, 'वास्तविक नियंत्रण रेखा पर स्थिति संवेदनशील है और गश्त, अतिक्रमण और गतिरोध संबंधी घटनाओं के चलते इसके बढ़ने की संभावना है. दोनों देशों के बीच लगभग चार हजार किलोमीटर लंबी सीमा को वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) के रूप में जाना जाता है.

राष्ट्र निर्माण में सेना के योगदान विषय पर आयोजित सेमिनार में उन्होंने कहा, ‘हालांकि विश्वास बहाली के कदम उठाए जा रहे हैं, फिर भी हम एलएसी की गरिमा को बनाए रखने के लिए सभी जरूरी कार्रवाई करते रहेंगे.

0

डोकलाम में पिछले साल उस समय भारत और चीन के बीच 73 दिन तक गतिरोध चला था जब भारतीय सैनिकों ने चीनी सैनिकों को विवादित क्षेत्र में सड़क बनाने से रोक दिया था. 16 जून से शुरू हुआ गतिरोध 28 अगस्त को खत्म हुआ था. सूत्रों का कहना है कि चीन ने उत्तरी डोकलाम में अपने सैनिक रखे हुए हैं और विवादित क्षेत्र में अपना इन्फ्रास्ट्राक्चर खड़ा कर रहा है.

ADVERTISEMENTREMOVE AD

पड़ोस में बढ़ती अस्थिरता से नुकसान

सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत ने जनवरी में कहा था कि भारत के लिए समय आ गया है जब वह अपना ध्यान पाकिस्तान से लगती सीमाओं से हटाकर चीन से लगती सीमा पर केंद्रित करे. उन्होंने एक तरह से इस बात का संकेत दिया था कि चीन से लगती सीमा पर स्थिति चिंताजनक है.

क्षेत्रीय सुरक्षा स्थिति के बारे में बात करते हुए भामरे ने भारत जैसे देशों के लिए पाकिस्तान के आईएसआईएस की विचारधारा का‘वाहक' बनने की संभावना के बारे में भी बात की. उन्होंने यह भी कहा कि भारत के पड़ोस में बढ़ती अस्थिरता ने सरकार से इतर तत्वों के हाथों में व्यापक जन विनाश के हथियारों के प्रसार की संभावना बढ़ा दी है.

भामरे ने कहा, ‘आज, हम अनगिनत चुनौतियों के साथ एक जटिल पड़ोस का सामना कर रहे हैं. नियंत्रण रेखा पर संघर्ष विराम उल्लंघन में लगातार सेना और असैन्य नागरिकों को निशाना बनाया जा रहा है. जम्मू कश्मीर में स्थिति एक चुनौती बन हुई है.

मंत्री ने देश के सामने दुश्मन के खतरों से प्रभावी ढंग से निपटने की आवश्यकता पर भी जोर दिया और कहा कि धार्मिक कट्टरपंथ में वृद्धि और सोशल मीडिया के जरिये इसका प्रसार चिंता का कारण है. उन्होंने कहा, ‘हमें अपनी सुरक्षा को खतरा उत्पन्न करने वाले तत्वों को विफल करने, कम करने और नष्ट करने के लिए कड़ी कार्रवाई जारी रखने की आवश्यकता है.

ये भी पढ़ें - चीन ने कहा, भारत से दोस्ती इसलिए डोकलाम पर दिखाया धीरज

(हैलो दोस्तों! हमारे Telegram चैनल से जुड़े रहिए यहां)

सत्ता से सच बोलने के लिए आप जैसे सहयोगियों की जरूरत होती है
मेंबर बनें
अधिक पढ़ें
×
×