भारतीय नौसेना की एक्सप्लोसिव ऑर्डिनेंस डिस्पोजल टीम ने सोमवार (25 दिसंबर) को मुंबई बंदरगाह पर पहुंचने पर व्यापारिक जहाज एमवी केम प्लूटो का विस्तृत निरीक्षण किया. ये जहाज जब दो दिन पहले न्यू मैंगलोर बंदरगाह की ओर जा रहा था, तब अरब सागर (Arabian Sea) में भारत के पश्चिमी तट पर एक ड्रोन ने उसे टक्कर मार दी थी.
अधिकारियों ने कहा कि अरब सागर में वाणिज्यिक जहाजों पर बढ़ते हमलों के मद्देनजर, नौसेना ने निगरानी के लिए लंबी दूरी के P-8I गश्ती विमान और क्षेत्र में "निवारक उपस्थिति" बनाए रखने के लिए युद्धपोत आईएनएस मोर्मुगाओ, आईएनएस कोच्चि और आईएनएस कोलकाता को तैनात किया है.
क्या है पूरा मामला?
इजराइल-हमास संघर्ष के बीच लाल सागर और अदन की खाड़ी में ईरान समर्थित हौथी विद्रोहियों द्वारा कथित तौर पर विभिन्न वाणिज्यिक जहाजों को निशाना बनाए जाने पर बढ़ती चिंताओं के बीच लाइबेरिया के ध्वज वाले एमवी केम प्लूटो पर शनिवार का ड्रोन हमला हुआ.
21 भारतीय और एक वियतनामी चालक दल के साथ लाइबेरिया के झंडे वाले जहाज ने दोपहर 3:30 बजे मुंबई के बाहरी लंगरगाह पर पहुंचा.
उसके आगमन पर, भारतीय नौसेना एक्सप्लोसिव ऑर्डिनेंस डिस्पोजल टीम ने हमले के प्रकार और प्रकृति का प्रारंभिक मूल्यांकन करने के लिए जहाज का निरीक्षण किया. हमले के क्षेत्र और जहाज पर पाए गए मलबे का विश्लेषण ड्रोन हमले की ओर इशारा करता है.नेवी प्रवक्ता
उन्होंने कहा, "इस्तेमाल किए गए विस्फोटक के प्रकार और मात्रा सहित हमले के स्रोत को स्थापित करने के लिए आगे फोरेंसिक और तकनीकी विश्लेषण की आवश्यकता होगी."
पेंटागन के एक प्रवक्ता ने रविवार (24 दिसंबर) को कहा कि एमवी केम प्लूटो पर "ईरान से दागे गए एकतरफा हमले वाले ड्रोन" ने हमला किया था.
जांच शुरू की गई
भारतीय नौसेना के प्रवक्ता ने कहा कि एक्सप्लोसिव डिस्पोजल टीम द्वारा पोत का विश्लेषण पूरा होने के बाद विभिन्न एजेंसियों द्वारा संयुक्त जांच शुरू हुई.
एमवी केम प्लूटो को मुंबई में उनके कंपनी प्रभारी द्वारा आगे के संचालन के लिए मंजूरी दे दी गई है. जहाज से जहाज में माल स्थानांतरित करने से पहले जहाज को विभिन्न निरीक्षण अधिकारियों द्वारा अनिवार्य जांच से गुजरना निर्धारित है.प्रवक्ता, भारतीय नौसेना
प्रवक्ता ने आगे कहा, "इसके बाद एमवी केम प्लूटो के क्षतिग्रस्त हिस्से की डॉकिंग और मरम्मत कि जाने की संभावना है."
जवाबी हमले के लिए विध्वंसक युद्धपोत तैनात
NDTV के अनुसार, अधिकारी ने कहा कि क्षेत्र में वाणिज्यिक जहाजों पर हमलों के मद्देनजर अरब सागर में तीन निर्देशित मिसाइल विध्वंसक तैनात किए गए हैं.
सऊदी अरब के अल जुबैल बंदरगाह से न्यू मैंगलोर बंदरगाह तक कच्चा तेल ले जा रहा एमवी केम प्लूटो शनिवार को पोरबंदर से करीब 217 समुद्री मील दूर टकरा गया था. घटना में किसी को चोट नहीं आई.
भारतीय अधिकारियों और अमेरिकी सेना के अनुसार, शनिवार को दक्षिणी लाल सागर में 25 भारतीय चालक दल के सदस्यों के साथ गैबॉन-ध्वजांकित वाणिज्यिक कच्चे तेल टैंकर पर भी ड्रोन हमला हुआ, लेकिन कोई भी घायल नहीं हुआ.
अधिकारी ने कहा, "अरब सागर में हालिया हमलों को ध्यान में रखते हुए, भारतीय नौसेना ने निवारक उपस्थिति बनाए रखने के लिए विभिन्न क्षेत्रों में निर्देशित मिसाइल विध्वंसक, आईएनएस मोरमुगाओ, आईएनएस कोच्चि और आईएनएस कोलकाता को तैनात किया है."
उन्होंने कहा कि लंबी दूरी के समुद्री टोही P8I विमानों को डोमेन जागरूकता बनाए रखने के लिए नियमित रूप से काम सौंपा जा रहा है.
अधिकारी ने कहा, "पश्चिमी नौसेना कमान का समुद्री संचालन केंद्र तटरक्षक बल और सभी संबंधित एजेंसियों के साथ निकट समन्वय में स्थिति की सक्रिय रूप से निगरानी कर रहा है."
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