सेंटर फॉर मॉनिटरिंग इंडियन इकोनॉमी (CMIE) ने सोमवार, 2 जनवरी को राज्यवार भारत की बेरोजगारी दर के लेटेस्ट आंकड़े (Unemployment Data) जारी किए. दिसंबर महीने के आंकड़े दिखाते हैं कि 37.4 प्रतिशत के साथ एक बार फिर देश में सबसे ज्यादा बेरोगारी हरियाणा में. इसके बाद राजस्थान (28.5 प्रतिशत), दिल्ली (20.8 प्रतिशत), बिहार (19.1 प्रतिशत) और झारखंड (18 प्रतिशत) का नंबर आता है.
अगर पूरे देश के स्तर पर बात करें तो दिसंबर में देश में बेरोजगारी दर 8.3 प्रतिशत रही जो पूरे 2022 में सबसे अधिक थी. इससे पहले CMIE के आंकड़ों के अनुसार नवंबर के दौरान बेरोजगारी दर 8 प्रतिशत थी, जबकि सितंबर में यह सबसे कम 6.43 प्रतिशत थी. अगस्त में 8.28 प्रतिशत के साथ दूसरे उच्चतम स्तर (सेकंड हाईएस्ट) पर थी.
CMIE के आंकड़े बताते हैं कि 2022 के आखिरी महीने में जहां शहरी बेरोजगारी दर 10 प्रतिशत थी, वहीं ग्रामीण बेरोजगारी दर 7.5 प्रतिशत थी.
हरियाणा में कांग्रेस के निशाने पर खट्टर सरकार
बेरोजगारी के लेटेस्ट आंकड़े आने के बाद एकबार फिर हरियाणा में विपक्ष ने सीएम मनोहर लाल खट्टर और डिप्टी-सीएम दुष्यंत चौटाला के नेतृत्व वाली बीजेपी-JJP गठबंधन सरकार पर तीखा हमला किया है.
इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार कांग्रेस नेता और सूबे के पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने निशाना साधते हुए कहा है कि
"महीने और साल बदलने से लोगों को कोई राहत नहीं मिल रही है क्योंकि हरियाणा देश में बेरोजगारी के मामले में नंबर वन बना हुआ है. यह (बेरोजगारी दर) राष्ट्रीय औसत से 4.5 गुना ज्यादा है. पिछले महीने हरियाणा में बेरोजगारी दर 30.6 प्रतिशत थी और ऐसा लगता है कि हरियाणा हर बार बेरोजगारी के मामले में अपना ही रिकॉर्ड तोड़ रहा है."
INLD विधायक अभय चौटाला, जो पहले विपक्ष के नेता भी रह चुके हैं, ने भी CMIE के बेरोजगारी दर के आंकड़ों पर राज्य सरकार को घेरा है. साथ ही उन्होंने राजस्थान की बेरोजगारी दर (28.5 प्रतिशत) का हवाला देते हुए कहा कि कांग्रेस भी कोई बीजेपी से बेहतर नहीं है.
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