ग्रेटर नोएडा के इंडिया एक्सपो मार्ट में हो रहे वर्ल्ड डेयरी समिट का प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi) ने आज, 12 सितंबर को उद्घाटन किया. इंडिया एक्स्पो सेंटर के 11 हॉल में डेयरी उद्योग (Dairy Industry) से जुड़ी कई प्रदर्शनी लगाई गई हैं. गीर, साहिवाल से लेकर मुर्रा तक गायों की विभिन्न प्रजातियों के नाम पर हॉल के नाम भी रखे गए हैं. इस बड़े कार्यक्रम के मौके पर हम आपको भारत में डेयरी फार्मिंग से जुड़े कुछ रोचक फैक्टस बताते हैं.
भारत दुनिया में दूध का सबसे बड़ा उत्पादक देश है. 1951 में भारत में दूध उत्पादन 17 मिलियन टन था जो सरकारी आंकड़ो के अनुसार, 2019-20 में बढ़कर 198.4 मिलियन टन हो गया. अमेरिका, चीन, पाकिस्तान और ब्राजील भारत के पीछे हैं.
भारत में लगभग दो-तिहाई कृषि परिवार पशुधन उत्पादन से जुड़े हैं, और उनमें से लगभग 80 प्रतिशत लोग छोटे भूमिधारक किसान हैं.
डॉ उल्हास शिवाजी गायकवाड़ की रिपोर्ट बताती है कि 75 प्रतिशत से अधिक किसान अपनी आजीविका के लिए 2-3 दुधारू पशु रखते हैं.
भारत दुनिया का 22.0 प्रतिशत से ज्यादा और एशिया का 57 प्रतिशत दूध उत्पादन अकेले करता है.
भारत में दुग्ध उत्पादन की मात्रा राज्यों के अनुसार अलग-अलग है. राष्ट्रीय दूध उत्पादन का 80% से अधिक नौ राज्यों यूपी, पंजाब, राजस्थान, मध्यप्रदेश, झारखंड, गुजरात, बिहार, आंध्र प्रदेश और हरियाणा से आता है.
2017-18 के सरकारी आंकड़ों के अनुसार, भारत में एक व्यक्ति को प्रति दिन औसतन 375 ग्राम दूध उपलब्ध होता है. इसी साल देश में दूध का उत्पादन 176.3 मिलियन टन था.
भारत में दैनिक दूध उत्पादन का लगभग 50 प्रतिशत रोजाना उपयोग हो जाता है. करीब 30 प्रतिशत असंगठित क्षेत्र में इस्तेमाल किया जाता है और बाकी 20 प्रतिशत में से करीब 10% सरकारी और 10% गैर-सरकारी संगठित क्षेत्र में इस्तेमाल होता है.
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