आरजेडी अध्यक्ष लालू प्रसाद ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर देश को आपातकाल की ओर धकेलने का आरोप लगाया है. रांची के लिए रवाना होने से पहले लालू ने कहा कि सरकार ने आगामी लोकसभा चुनाव से पहले सभी गैर बीजेपी नेताओं को जेल भेजने की योजना बनाई है.
सरेंडर से पहले बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री ने मोदी सरकार पर जमकर हमला किया.
चारा घोटाले में दोषी आरजेडी अध्यक्ष लालू प्रसाद गुरुवार को रांची में सीबीआई की स्पेशल कोर्ट में सरेंडर करेंगे. लालू झारखंड हाईकोर्ट के आदेश का पालन करने के लिए बुधवार को रांची पहुंच चुके हैं.
नरेंद्र मोदी देश को आपातकाल की ओर धकेल रहे हैं. विपक्षी नेताओं को निशाना बनाया जा रहा है और झूठे मामलों में फंसाकर जेल भेजा जा रहा है. लोकसभा चुनाव से पहले गैर बीजेपी नेताओं को जेल भेजने की योजना बनाई गई है.लालू प्रसाद
सरेंडर करने के लिए 30 अगस्त तक की मोहलत
झारखंड हाईकोर्ट ने 24 अगस्त को लालू प्रसाद को स्पेशल सीबीआई कोर्ट के सामने सरेंडर करने के आदेश दिये थे. कोर्ट ने लालू को सरेंडर करने के लिए 30 अगस्त तक की मोहलत दी थी. इससे पहले हाईकोर्ट ने पिछली सुनवाई के दौरान लालू प्रसाद की चारा घोटाले के देवघर कोषागार समेत सभी तीन मामलों में स्वास्थ्य कारणों से दी गयी अंतरिम जमानत की अवधि को आगे बढ़ाने से इनकार कर दिया था.
कोर्ट ने कहा था कि जरूरी होने पर अब लालू का रांची स्थित रिम्स अस्पताल में इलाज होगा. कोर्ट ने लालू को सीबीआई की स्पेशल कोर्ट के सामने सरेंडर करने के निर्देश दिये थे.
लालू ने की थी अंतरिम जमानत बढ़ाने की अपील
लालू की ओर से कोर्ट में पेश सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ वकील और वरिष्ठ कांग्रेस नेता अभिषेक मनु सिंघवी ने इलाज के लिए लालू की अंतरिम जमानत तीन माह और बढ़ाने का अनुरोध किया था. उन्होंने बताया था कि लालू की किडनी में संक्रमण, फिस्टुला, दिल और अन्य समस्याओं के चलते उनका इलाज अभी भी एशियन हार्ट इंस्टीट्यूट, मुंबई में जरूरी है. लेकिन उनकी इस दलील का सीबीआई के वकील राजीव सिन्हा ने विरोध किया था, जिसके बाद कोर्ट ने लालू की अंतरिम जमानत की अवधि आगे बढ़ाने से इनकार कर दिया था.
इससे पहले लालू प्रसाद को 20 अगस्त की सुनवाई में 27 अगस्त तक के लिए अंतरिम जमानत दे दी गई थी. लालू के अधिवक्ताओं ने अनुरोध किया था कि अंतरिम जमानत की इस अवधि को कम से कम 30 अगस्त तक बढ़ा दिया जाये, जिससे अभियुक्त का सीबीआई अदालत में सरेंडर कराया जा सके.
कोर्ट ने लालू के वकीलों के इस अनुरोध को स्वीकार करते हुए उनकी जमानत की अवधि 30 अगस्त तक इस शर्त के साथ बढ़ा दी कि हर हाल में वह 30 अगस्त तक सीबीआई की रांची के स्पेशल कोर्ट के सामने सरेंडर कर देंगे. इसी आदेश के मद्देनजर लालू पटना से रांची पहुंचे.
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