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वर्ल्ड टूरिज्म:भारत की रैंकिंग में सुधार,4 साल में 18 पायदान ऊपर 

वर्ल्ड इकनॉमिक फोरम की ओर से जारी ताजा रिपोर्ट में यह जानकारी सामने आयी है.

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वर्ल्ड ट्रैवल एंड टूरिज्म कम्पीटीटिव इंडेक्स में भारत की रैंकिंग छह अंक सुधरकर 34 हो गयी है. वर्ल्ड इकनॉमिक फोरम (डब्ल्यूईएफ) की ओर से जारी ताजा रिपोर्ट में यह जानकारी सामने आयी है. साल 2017 में भारत की यह रैकिंग 40वें स्थान पर थी, जो इस साल 34 हो गयी है. इसकी अहम वजह प्राकृतिक और सांस्कृतिक संसाधन के मामले में भारत का समृद्ध होना और कीमत के लिहाज से बेहद प्रतिस्पर्धी होना है.

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साल 2013 में भारत की रैंकिंग 65 थी

पिछले कुछ सालों से भारत लगातार पर्यटन के क्षेत्र में आगे बढ़ रहा है. साल दर साल रैंकिंग में होता इजाफा इस बात की तस्दीक करता है. साल 2013 में भारत इस इंडेक्स में 65वें स्थान पर था. 2015 में भारत की रैंकिंग 52 हो गई. वहीं साल 2017 में ये रैंकिंग 40वें स्थान पर पहुंची. रैंकिंग के अलावा स्कोर की बात करें तो 2015 में भारत का स्कोर 4.0 था. वहीं 2017 में स्कोर 4.2 हुआ और 2019 में स्कोर 4.4 हुआ. सभी देशों की स्कोरिंग विभिन्न मानकों के आधार पर की जाती है. ये स्कोर स्वास्थ्य, स्वच्छता, सुरक्षा, इंटरनेशनल ओपननेस, प्राकृतिक संसाधन, टूरिस्ट सर्विसेज, इंफ्रास्ट्रक्चर आदि मानकों को ध्यान में रख कर 1 से 7 के स्केल पर की जाती है.

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वर्ल्ड इकनॉमिक फोरम की ओर से जारी ताजा रिपोर्ट में यह जानकारी सामने आयी है.

दक्षिण एशिया में भारत का दबदबा

दक्षिण एशिया के अन्य देशों की बात करें तो वे भारत की रैंकिंग के सामने कहीं नहीं टिकते. रिपोर्ट में कहा गया है कि दक्षिण एशिया में यात्रा और पर्यटन की जीडीपी का ज्यादातर हिस्सा रखने वाला भारत इस उपमहाद्वीप में सबसे प्रतिस्पर्धी यात्रा-पर्यटन अर्थव्यवस्था बना हुआ है. इसकी रैंकिंग छह स्थान सुधरकर 34 हो गयी है. रिपोर्ट के मुताबिक चीन, मेक्सिको, मलेशिया, थाईलैंड, ब्राजील और भारत भले ही उच्च आय वाली अर्थव्यवस्था न हों लेकिन सांस्कृति संसाधन और व्यापारिक यात्रा वर्ग में टॉप 35 देशों में शामिल हैं. इसकी प्रमुख वजह प्राकृतिक और सांस्कृतिक संसाधन के मामले में इनका समृद्ध होना और कीमत के लिहाज से प्रतिस्पर्धी होना है.

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इस इंडेक्स में शामिल सब-कैटेगरी के तहत बेहतर माहौल की कैटेगरी में भारत का 33वां, पोर्ट एंड ग्राउंड इंफ्रास्ट्रक्चर में 28वां, इंटरनेशनल ओपेननेस यानी अंतरराष्ट्रीय स्तर पर स्वीकार्यता में 51वां, नेचुरल रिसोर्सेज में 14वां और कल्चरल रिसोर्सेज में 8वां स्थान है. 

वर्ल्ड ट्रैवल एंड टूरिज्म कम्पीटीटिव इंडेक्स में 140 देश शामिल है. डब्ल्यूईएफ के इस इंडेक्स में स्पेन टॉप पोजीशन पर है. इसके बाद फ्रांस, जर्मनी, जापान और अमेरिका टॉप पांच में शामिल है. ब्रिटेन की रैंकिंग पांचवे स्थान से खिसककर छठे पर आ गयी है. इसके बाद ऑस्ट्रेलिया, इटली, कनाडा, स्विट्जरलैंड ने टॉप टेन में जगह बनाई है. स्पेन साल 2015 से अब तक शीर्ष पायदान पर काबिज है. बात अगर अपने पड़ोसी पाकिस्तान की करें, तो वो भारत के आस-पास भी नहीं टिकता. इस लिस्ट में पाकिस्तान की रैंकिंग 121 है. यह रैंकिंग वर्ल्ड इकोनोमिक फोरम की ओर से प्रत्येक 2 वर्ष में एक बार जारी की जाती है.

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