प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने बचपन में गुजरात के वडनगर रेलवे स्टेशन पर जिस दुकान में कभी चाय बेचा करते थे, उस दुकान को टूरिस्ट प्लेस के तौर पर विकसित किया जा है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, केंद्रीय पर्यटन मंत्री प्रहलाद पटेल ने हाल ही में वडनगर स्टेशन स्थित उस चाय की दुकान का दौरा किया.
इस दौरान प्रहलाद पटेल ने कहा कि पीएम मोदी बचपन में जिस दुकान पर चाय बेचते थे, उसे पर्यटन स्थल के तौर विकसित किया जाएगा. बता दें, यह चाय की दुकान वडनगर रेलवे स्टेशन के एक प्लेटफॉर्म पर है.
गुजरात के मेहसाणा जिले में स्थित मोदी के जन्मस्थान वडनगर को दुनिया के नक्शे पर लाने की व्यापक परियोजना के तहत चाय की इस दुकान को टूरिस्ट प्लेस में तब्दील करने की योजना है. बता दें, मोदी सरकार-1 के कार्यकाल के दौरान संस्कृति और पर्यटन मंत्रालय और भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (ASI) के अधिकारियों ने भी इस शहर का दौरा किया था.
तत्कालीन केंद्रीय संस्कृति मंत्री महेश शर्मा ने उस वक्त बताया था कि इसे आधुनिक स्वरूप देते हुए इसके मूल सौंदर्य को संरक्षित किया जाएगा. तब महेश शर्मा ने कहा था-
वडनगर रेलवे स्टेशन में एक छोटी सी चाय की दुकान है, जहां से संभवत: प्रधानमंत्री ने अपने जीवन की यात्रा शुरू की थी. हम चाय की उस दुकान को भी टूरिस्ट प्लेस के तौर पर विकसित करना चाहते हैं. हम टी स्टॉल को आधुनिक स्वरूप देते हुए इसके मूल सौंदर्य को भी संरक्षित रखेंगे. हमारा उद्देश्य वडनगर को विश्व पर्यटन के नक्शे पर लाना है.
बता दें, पीएम मोदी अपनी रैलियों में अकसर इस बात का जिक्र करते हैं, कि वह अपने बचपन के दिनों में वडनगर रेलवे स्टेशन पर अपने पिता के साथ चाय बेचते थे. महेश शर्मा ने कहा था-
हमारे प्रधानमंत्री की जन्मस्थली होने के साथ ही वडनगर एक महत्वपूर्ण ऐतिहासिक केंद्र है, जहां प्रसिद्ध शर्मिष्ठा झील और एक बावडी है. एएसआई को हाल ही में वहां खुदाई के दौरान एक बौद्ध मठ के अवशेष मिले थे.
अहमदाबाद मंडल के मंडलीय रेल प्रबंधक (डीआरएम) दिनेश कुमार ने भी पहले कहा था कि वडनगर और मेहसाणा जिले में उससे लगे इलाकों के विकास की पूरी परियोजना 100 करोड़ रुपये से ज्यादा की होगी.
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