देश में कहीं भारी बारिश हो रही है तो कहीं भीषण गर्मी ने लोगों के पसीने छुड़ा दिए हैं. राजस्थान में चक्रवाती तूफान बिपरजॉय (Cyclone Biparjoy) का असर देखने को मिल रहा है. बाड़मेर, जालोर, सिरोही सहित 8 जिलों से भारी बारिश हुई. जिसकी वजह से बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं. वहीं असम में भी भारी बारिश की वजह से जनजीवन प्रभावित हुआ है. मौसम विभाग के मुताबिक पूर्वी उत्तर प्रदेश, बिहार, छत्तीसगढ़ सहित अन्य राज्यों के कुछ इलाकों में अगले दो-तीन दिनों तक हीटवेव की स्थिति बनी रहेगी.
बाड़मेर-सिरोही और जालोर में बाढ़ जैसे हालात
गुजरात के बाद 'बिपरजॉय' ने राजास्थान में भी कहर बरपाया है. भारी बाड़मेर, सिरोही, जालोर, सहित कई जिलों से भारी बारिश हुई. सिरोही में सबसे ज्यादा 38 MM तो वहीं जालोर में 36 MM बारिश हुई. इस दौरान 50 से 60 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलीं. लगातार हो रही बारिश की वजह से बाड़मेर-सिरोही और जालोर में बाढ़ जैसे हालात हैं. कई इलाकों में पानी भर गया है.
मौसम विभाग के मुताबिक, रविवार, 18 जून को जोधपुर, अजमेर, जयपुर, कोटा और भरतपुर संभाग में भारी से बहुत भारी बारिश की संभावना है.
असम में ब्रह्मपुत्र नदी का बढ़ा जलस्तर
असम में भी भारी बारिश से जनजीवन प्रभावित हुआ है. प्रदेश के 13 जिले बाढ़ की चपेट में है. बारिश और बाढ़ की वजह से करीब 38,000 लोग प्रभावित हुए हैं. लखीमपुर, बिश्वनाथ, उदलगुरी, डारंग, धेमाजी, डिब्रूगढ़, होजई, नागांव, सोनितपुर, तिनसुकिया, उदलगुरी जिलों में 23 राजस्व मंडलों के अंतर्गत आने वाले 146 गांव बाढ़ से प्रभावित हुए हैं. जबकि कछार, कामरूप (मेट्रो) और नलबाड़ी जिलों के शहरी इलाकों में बाढ़ जैसे हालात हैं.
असम में भारी बारिश की वजह से ब्रह्मपुत्र नदी का जलस्तर बढ़ गया है. धेमाजी जिले में नदी का जलस्तर बढ़ने से आम जनजीवन प्रभावित हुआ है.
असम सरकार आपातकालीन स्थिति से निपटने के लिए भारतीय सेना, भारतीय वायु सेना (IAF), NDRF सहित सभी एजेंसियों के संपर्क में है.
यूपी-बिहार में गर्मी ने छुड़ाए पसीने
पूर्वी उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड और तेलंगाना में गर्मी का सितम जारी है. मौसम विभाग के मुताबिक, अगले दो दिनों तक इन राज्यों के कुछ हिस्सों में हीटवेव की स्थिति बनी रहेगी. इसके बाद इसमें कमी आने की संभावना है.
वहीं यूपी के बलिया में पिछले तीन दिनों में 54 लोगों की मौत हुई है. बलिया जिला अस्पताल के प्रभारी चिकित्सा अधीक्षक एसके यादव ने बताया कि मृत्यु के कई अलग-अलग कारण है, इसमें लू लगने की संभावना भी है. बता दें कि बलिया में 15 जून को 23 लोगों की, 16 जून को 20 लोगों की और 17 जून को 11 लोगों की मौत हो गई.
मौसम विभाग के मुताबिक, 19-22 जून के दौरान दक्षिण प्रायद्वीपीय और पूर्वी भारत के कुछ और हिस्सों और आसपास के क्षेत्रों में दक्षिण-पश्चिम मानसून के आगे बढ़ने के लिए परिस्थितियां अनुकूल होती जा रही हैं.
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