भारतीय रेलवे (Indian Railways) ने पिछले कुछ महीनों में देश के कई हिस्सों में वंदे भारत एक्सप्रेस (Vande Bharat Express) ट्रेन की शुरुआत की है. अब इंडियन रेलवे ने ऐलान किया है कि जल्द ही देश के कुछ और रेल मार्गों पर वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेनें शुरू की जाएगी. इसके लिए रेलवे तेजी से तैयारी कर रहा है. मौजूदा वक्त में देश में कुल 34 वंदे भारत ट्रेनों संचालन होता है. ये ट्रेनें ब्रॉड गेज (BG) विद्युतीकृत नेटवर्क वाले राज्यों को जोड़ती हैं.
वंदे भारत एक्सप्रेस भारत के अंदर ही बनाई गई, सेमी-हाई स्पीड ट्रेन है. यह ट्रेन मॉडर्न यात्रा सुविधाओं से लैश है. वंदे भारत ट्रेनें यात्रियों को तेज स्पीड में सफर, ज्यादा आरामदायक और सुविधाजनक यात्रा एक्सपीरिएंस देती हैं.
किन मार्गों पर शुरू होने वाली हैं वंदे भारत ट्रेनें?
जम्मू-श्रीनगर वंदे भारत एक्सप्रेस: Mint की रिपोर्ट के मुताबिक, रेलवे ने जम्मू-कश्मीर में उधमपुर-श्रीनगर-बारामूला रेल लिंक (USBRL) के लिए वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन अलॉट की है. आठ कोचों वाली यह इलेक्ट्रिक ट्रेन केंद्र शासित प्रदेश की पहली ऐसी ट्रेन है. उत्तर रेलवे ने पिछले हफ्ते रामबन जिले में बनिहाल और खारी रेलवे स्टेशनों के बीच USBRL के 15 किलोमीटर रेल लाइन का सफलतापूर्वक परीक्षण किया था.
कश्मीर घाटी में भारतीय रेलवे नेटवर्क के जुड़ने पर यात्रियों के लिए जम्मू से श्रीनगर की यात्रा तेज और ज्यादा आरामदायक हो जाएगी. नए रेलवे लिंक से जम्मू से श्रीनगर के सफर में सिर्फ 3.5 घंटे लगने की उम्मीद है.
सिकंदराबाद-पुणे वंदे भारत एक्सप्रेस: दक्षिण मध्य रेलवे (SCR) तेलंगाना के सिकंदराबाद और महाराष्ट्र के पुणे शहर के बीच सेमी हाई स्पीड ट्रेन शुरू करने की योजना बना रहा है. रिपोर्ट्स के मुताबिक, यह ट्रेन इस रूट पर मौजूदा शताब्दी एक्सप्रेस की जगह लेगी. फिलहाल, इस सफर में कितना समय लगेगा और कहां-कहां स्टॉपेज होंगे...इसकी जानकारी अभी नहीं है. हालांकि, वंदे भारत ट्रेन शताब्दी एक्सप्रेस से कम समय लेगी.
मौजूदा शताब्दी एक्सप्रेस लगभग 8 घंटे 25 मिनट का समय लेती है और यह सिकंदराबाद, बेगमपेट, विकाराबाद जंक्शन, तंदूर, वाडी जंक्शन, कलबुर्गी जंक्शन, सोलापुर, पुणे स्टोशनों पर रूकती है.
बेंगलुरु-कोयंबटूर वंदे भारत एक्सप्रेस: कर्नाटक की राजधानी को एक और वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन मिलने की उम्मीद है, जो तमिलनाडु के कोयंबटूर शहर से चलेगी. रिपोर्ट के मुताबिक इस पर ट्रेन के लिए मांग की जाती रही है क्योंकि कई लोग अक्सर इन दो शहरों के बीच सफर करते हैं.
मौजूदा वक्त में इस रूट पर एर्नाकुलम इंटरसिटी एसएफ एक्सप्रेस, कोयंबटूर उदय एक्सप्रेस, कन्याकुमारी एक्सप्रेस और कोयंबटूर एक्सप्रेस सहित कई अन्य ट्रेनें चलती हैं, जो लगभग 6 घंटे 45 मिनट से लेकर लगभग 9 घंटे तक का वक्त लेती हैं.
वाराणसी- दिल्ली वंदे भारत एक्सप्रेस: The Hindu की रिपोर्ट के मुताबिक सूत्रों से पता चला है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 18 दिसंबर को दिल्ली-वाराणसी रूट पर दूसरी वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन का उद्घाटन करेंगे.
रिपोर्ट के मुताबिक, यात्रियों की भारी मांग पर यह दूसरी ट्रेन शुरू की जा रही है. मौजूद वक्त में, ट्रेन नंबर 22436 दिल्ली-वाराणसी वंदे भारत एक्सप्रेस, सुबह 6 बजे दिल्ली से प्रस्थान करती है और दोपहर लगभग 2 बजे वाराणसी पहुंचती है. वहीं लौटते वक्त यह ट्रेन वाराणसी से दोपहर 3 बजे प्रस्थान करती है और रात करीब 11 बजे दिल्ली पहुंचती है. रिपोर्ट के मुताबिक, इस रूट पर दूसरी वंदे भारत ट्रेन, दिन के दूसरे पहर में दिल्ली से रवाना होगी.
रिपोर्ट के मुताबिक इन रास्तों के अलावा वंदे भारत एक्सप्रेस मुंबई-जालना, पुणे-वडोदरा, टाटानगर-वाराणसी, पटना-जलपाईगुड़ी, मडगांव-मंगलौर, दिल्ली-अमृतसर, इंदौर-सूरत, मुंबई- कोल्हापुर और पटना - न्यू जलपाईगुड़ी मार्गों पर भी शुरू होगी.
"2047 तक चार हजार से ज्यादा वंदे भारत ट्रेनें"
8 दिसंबर को केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा था कि देश में 2047 तक 4,500 वंदे भारत ट्रेनें चलेंगी.
वहीं हाल ही में, 8 दिसंबर को रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने राज्यसभा में ट्रेनों की विशेषताओं के बारे में एक लिखित जवाब में बताया कि
12 हजार से ज्यादा नव-निर्मित ट्रेन बोगियों में डिजिटल डिस्प्ले बोर्ड होते हैं, जिनमें आगामी स्टेशन, गंतव्य और चलने की स्थिति जैसी जानकारी होती है.
रेल मंत्री ने आगे बताया कि वंदे भारत, पुश-पुल, तेजस, हमसफर, इलेक्ट्रिक मल्टीपल यूनिट (EMU) और मेनलाइन जैसी ट्रेनों के कोचों में आगामी स्टेशन, गंतव्य, ट्रेन चलने की स्थिति और अन्य सुरक्षा जानकारी/घोषणा जैसी जानकारी वाले डिजिटल डिस्प्ले बोर्ड लगाए जाएंगे.
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