वंदे साधरण पुश पुल ट्रेन (Vande Sadharan Push Pull Train) रविवार, 29 अक्टूबर को मुंबई के वाडी बंदर यार्ड ट्रायल के लिए पहुंची. TOI की रिपोर्ट के मुताबिक आने वाले हफ्ते में इसको चलाकर ट्रायल किया जाएगा. 22 कोच एलएचबी नॉन-एसी 3-टियर स्लीपर ट्रेन पैसेंजर को अफोर्डेबल किराए के लिए तैयार किया गया है.
TOI की रिपोर्ट के मुताबिक, सूत्रों ने बताया कि ट्रेन की क्षमता 1800 पैसंजर्स को ले जाने की है. ट्रेन दो WAP5 लोकोमोटिव द्वारा खींचा जाएगा. यह ट्रेन 130 किलोमीटर प्रति घंटे तक की स्पीड से चल सकती है.
रिपोर्ट के मुताबिक, ट्रेन का ट्रायल मुंबई-नासिक कॉरिडोर में होने की उम्मीद है, जिसमें पहाड़ी इलाकों पर ध्यान दिया जाएगा. ट्रेन का एक पोटेंशियल मार्ग संभवतः मुंबई-दिल्ली होगा.
PTI की रिपोर्ट के मुताबिक, 12 अक्टूबर को किए गए ऐलान में रेलवे बोर्ड के सचिव मिलिंद देउस्कर ने कहा कि भारतीय रेलवे वंदे भारत स्लीपर कोच और वंदे भारत मेट्रो लॉन्च करने की योजना बना रही है.
CII रेल सम्मेलन के दौरान उन्होंने कहा कि हम स्पीड और सुविधाओं उद्देश्य को पूरा करने के लिए वंदे भारत स्लीपर और वंदे भारत मेट्रो ट्रेनों की योजना बना रहे हैं.
रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव इससे पहले भी 'कॉन्सेप्ट ट्रेन-वंदे भारत (स्लीपर वर्जन)' की तस्वीरें सोशल मीडिया पर शेयर कर चुके हैं.
हर वंदे भारत एक्सप्रेस स्लीपर ट्रेन को 160 किमी प्रति घंटे तक की स्पीड के लिए डिजाइन किया गया है, इसमें 16 कोच होंगे, जिसमें लगभग 887 पैसेंजर्स बैठे सकेंगे.
भारतीय रेलवे ने 102 वंदे भारत ट्रेनों के लिए एक प्रोडक्शन प्लान की आउटलाइन तैयार किया है. PTI की रिपोर्ट के अनुसार इनका निर्माण इंटीग्रल कोच फैक्ट्री, रेल कोच फैक्ट्री और मॉडर्न कोच फैक्ट्री में किया जाएगा.
भारतीय रेलवे ने तीन अलग-अलग टेक्नोलॉजी को शामिल करते हुए 400 वंदे भारत ट्रेनों (स्लीपर) के बनाने का प्रोसस शुरू कर दिया है.
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