इंडिगो एयरलाइंस ने 2030 और 2035 के बीच वितरित किए जाने वाले 500 एयरबस A-320 परिवार के विमानों के लिए ऑर्डर देने के संबंध में एक महत्वपूर्ण घोषणा की है. खरीद समझौते को पेरिस एयर शो 2023 में अंतिम रूप दिया गया, जिसमें इंडिगो और एयरबस के प्रतिनिधि मौजूद थे.
सोमवार को एक बयान में इंडिगो ने पुष्टि की कि इंजन चयन और A-320 और A-321 विमानों के सटीक मिश्रण का निर्धारण उचित समय पर किया जाएगा.
इस समय 300 से अधिक विमानों के बेड़े का संचालन कर रही इंडिगो के पास पहले से ही 480 विमानों के लिए बकाया ऑर्डर हैं, जो इस दशक के अंत तक वितरित किए जाने की उम्मीद है.
इंडिगो भारत की शीर्ष लो-कॉस्ट एयरलाइन है और वो इस बड़े सौदे के लिए 55 अरब अमेरिकी डॉलर खर्च करेगी.
2030-2035 समय-सीमा में 500 विमानों के लिए इस नए फर्म ऑर्डर के साथ, इंडिगो की ऑर्डर-बुक में अब लगभग 1,000 विमान हैं, जो अगले दशक में डिलीवरी की एक स्थिर धारा को सुरक्षित करते हैं.
इंडिगो के ऑर्डर में A-320 NEO, A-321 NEO और A- 321 LR एयरक्राफ्ट का संयोजन शामिल है.
एक बयान में कहा गया कि "यह पर्याप्त निवेश इंडिगो और एयरबस के बीच रणनीतिक साझेदारी को और मजबूत करता है, जो 2006 में एयरलाइन की स्थापना के बाद से विकसित हो रहा है. इंडिगो ने अब एयरबस से कुल 1,330 विमानों का उल्लेखनीय ऑर्डर दिया है, जो ए320 परिवार और उनके प्रति विश्वास को दर्शाता है."
एविएशन के इतिहास का सबसे बड़ा ऑर्डर
500 एयरबस A-320 का ऑर्डर
ऑर्डर किए गए विमानो में A-320 NEO, A-321 NEO, A- 320 XLR विमान शामिल हैं.
कंपनी का फोकस ऑपरेटिंग कॉस्ट कम करना है. उसके लिए नए और कम ऊर्जा की खपत वाले विमान जरूरी हैं.
इंडिगो इस वक्त 300 एयरक्राफ्ट्स का इस्तेमाल करता है.
पहले दिए गए ऑर्डर्स को मिला लिया जाए तो इंडिगो को आने वाले समय में 1000 एयरक्राफ्ट डिलिवर होने वाले हैं.
इंडिगो ने साल 2006 में स्थापना के बाद अब तक कुल 1,330 एयरक्राफ्ट ऑर्डर किए हैं.
ईंधन-कुशल A-320 NEO फैमिली एयरक्राफ्ट असाधारण विश्वसनीयता मानकों को बनाए रखते हुए परिचालन लागत को कम करने और ईंधन दक्षता बढ़ाने के इंडिगो के विजन के साथ पूरी तरह से मेल खाता है.
बता दें, इससे पहले टाटा ने 470 यात्री विमान खरीदने के लिए बोइंग और एयरबस विमान बनाने वाली कंपनियों के साथ करार किया था. उस डील पर भी एशिया, अमेरिका और यूरोप में खुशी जाहिर की जा रही है. एक बार फिर अब तक की सब से बड़ी विमान डील के साथ ही भारत की उड्डयन उद्योग ने एक ऊंची उड़ान भर ली है. इन सभी विमानों की डिलिवरी वर्ष 2030 से 2035 के बीच की जाएगी.
इनपुटः IANS
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)