जम्मू कश्मीर के राज्यपाल सत्यपाल मलिक का कहना है कि कश्मीर घाटी में हालात पहले से बेहतर हुए हैं. सत्यपाल मलिक ने कहा, पिछले साल अगस्त में उनके राज्यपाल बनने के बाद से जम्मू-कश्मीर में हालात सुधरे हैं.
आतंकियों की भर्ती लगभग थम गई है और शुक्रवार को होने वाली पथराव की घटनाएं भी बंद हो गई हैं.
राज्यपाल ने कहा-
‘‘जब कोई नौजवान मारा जाता है तो हमें अच्छा नहीं लगता. लेकिन, अगर कोई सामने से गोली चलाएगा, तो हम उसे गुलदस्ता नहीं देंगे. सुरक्षा बल भी जवाबी गोलीबारी करेंगे. जनरल साहब, गोली का जवाब गोली से देंगे.’’
'कश्मीर 15 दिन में बदल जाता है'
राज्यपाल ने इशारों-इशारों में कहा कि देश में कहीं और बैठकर कश्मीर के हालात का आकलन करना आसान नहीं है. उन्होंने ने कहा, ‘‘जब मैं दिल्ली जाता हूं, तब ऐसे कई लोग हैं जो कश्मीरी होने का दावा करते हैं. मैं उनसे पूछता हूं कि वो कश्मीर में कब थे. वो कहते हैं 15 साल पहले. लेकिन कश्मीर 15 दिन में बदल जाता है, आप कुछ नहीं जानते. अगर आप कश्मीर को जानना चाहते हैं तो वहां रहिए और उसे देखिए.’’
राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने कहा-
जब मैं राज्य में आया तब फैसला किया कि सिर्फ बुद्धिजीवियों की नहीं सुनूंगा. मैं करीब 200 लोगों के संपर्क में हूं और उनसे समस्याओं के बारे में जानकारी लेता हूं.
‘हुर्रियत कांफ्रेंस बातचीत करना चाहती है'
राज्यपाल मलिक ने कहा, ‘‘हुर्रियत कांफ्रेंस बातचीत करना नहीं चाहती थी. राम विलास पासवान उनके दरवाजे पर (2016 में) खड़े थे. लेकिन वो लोग बातचीत के लिए तैयार नहीं थे.’’
उन्होंने आगे कहा कि आज हुर्रियत कांफ्रेंस बातचीत के लिए तैयार हैं और बातचीत करना चाहते हैं.
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