पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान अपनी नापाक हरकत से बाज नहीं आ रहा है. पाकिस्तानी रेंजरों ने मंगलवार रात भी जम्मू क्षेत्र में अंतरराष्ट्रीय सीमा के साथ लगी चौकियों और गांवों को निशाना बनाया. पाकिस्तानी रेंजरों ने लगातार नौवें दिन बीएसएफ की अग्रिम चौकियों और गांवों को निशाना बनाकर मोर्टार के गोले दागे. मंगलवार रात हुई इस भारी गोलाबारी में 5 लोगों की मौत हो गई, जबकि 9 घायल हो गए.
पिछले कुछ दिनों से पाकिस्तान की ओर से लगातार सीजफायर का उल्लंघन जारी है. पाकिस्तानी रेंजर अंतरराष्ट्रीय सीमा से सटे गांवों को निशाना बनाकर रात में फायरिंग कर रहे हैं. यही वजह है कि सैकड़ों ग्रामीणों ने अपना घर छोड़कर या तो अपने रिश्तेदारों के यहां या फिर सरकार द्वारा स्थापित राहत शिविरों में शरण ली है. सरहद पार से फायरिंग के चलते प्रभावित इलाकों में स्कूल भी बंद हैं.
लगातार हो रही फायरिंग से लोगों के घरों और गाड़ियों को भारी नुकसान पहुंचा है.
मोर्टार गिरने से करीब एक दर्जन गांव प्रभावित
गोलीबारी से जम्मू, कठुआ और सांबा जिलों के करीब दर्जन भर गांव प्रभावित हुए हैं. सीमा पर गोलीबारी काफी तेज है. अंतरराष्ट्रीय सीमा पर 80 मिलीमीटर और 120 मिलीमीटर के मोर्टार दागे गए हैं.
इसकी वजह से जोरा फार्म में ग्वालों की एक बस्ती में मंगलवार सुबह आग भी लग गई. उन्होंने कहा कि इसमें करीब दो दर्जन झोपड़ियों को नुकसान पहुंचा. फायर ब्रिगेड और आपात सेवा के कर्मचारियों ने आग पर काबू पाया, जो भारी गोलीबारी के बावजूद बस्ती तक पहुंचने में कामयाब रहे. दोपहर बाद अधिकांश जगह गोलीबारी रूक गई, लेकिन सांबा जिले में रूक- रूककर होती रही.
इससे पहले दिन में सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि गोलीबारी और मोर्टार के गोले गिरने का सिलसिला पूरी रात जारी रहा और अखनूर से लेकर सांबा तक सीमा से लगे सभी सेक्टरों इसकी चपेट में रहे.
BSF की जवाबी कार्रवाई
बीएसएफ की जवाबी कार्रवाई में कुछ पाकिस्तानी रेंजरों के हताहत होने की खबर है और उनके कई बंकर भी नष्ट हुए हैं. अधिकारी ने कहा , ‘‘यह पता चला है कि घायल रेंजरों में से एक को लाहौर के अस्पताल में शिफ्ट किया गया है , जबकि दो अन्य का स्थानीय अस्पताल में इलाज किया जा रहा है.''
पाकिस्तान की ओर से पिछले दो दिनों के दौरान सीमा पर गोलीबारी तेज की गई है. जम्मू के पुलिस महानिरीक्षक एस.डी. सिंह जामवाल ने कहा कि पुलिस दलों की तैनाती की गई है जो लोगों को प्रभावित इलाकों से सुरक्षित जगहों पर जाने में लोगों की मदद कर रहे हैं. जम्मू के मंडलायुक्त हेमंत कुमार शर्मा ने कहा कि सीमा से लगने वाले इलाकों में राहत शिविर स्थापित किये गए हैं खास तौर पर आरएस पुरा और अरनिया सेक्टरों में.
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