दिल्ली पुलिस ने जेएनयू में 9 फरवरी 2016 को हुई नारेबाजी के मामले में 77 लोगों को गवाह बनाया है. इस दिन यूनिवर्सिटी में देश विरोधी नारे लगाए जाने का आरोप है. 77 गवाहों में 25 पुलिस पर्सनल, 14 जेएनयू स्टूडेंट और Zee News के चार एंप्लाई शामिल हैं.
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इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, जेएनयू से बनाए गए 14 गवाहों में से 12 का संबंध सीधे अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) से है, वहीं दो संगठन के समर्थक हैं.
कौन हैं गवाह
- संदीप कुमार सिंह 2012-13 में संगठन की जेएनयू यूनिट का सेक्रेटरी रह चुके हैं. वे 2013-14 में ABVP की राष्ट्रीय कार्यकारिणी के मेंबर भी थे. 2012 में जेएनयू स्टूडेंट यूनियन में जनरल सेक्रेटरी के लिए चुनाव भी लड़ा था. लेकिन वे चुनाव हार गए थे.
- ओंकार श्रीवास्तव ABVP की राज्य कार्यकारिणी के सदस्य हैं. इससे पहले 2014-15 में वे जेएनयू में ABVP यूनिट के ज्वाइंट सेक्रेटरी और 2016-17 में वाइस प्रेसिडेंट थे. पिछले साल सितंबर में उन्होंने आरोप लगाया था कि उनकी लेफ्ट संगठनों से संबंधित लोगों ने पिटाई की थी.
- अखिलेश पाठक नाम के गवाह वैसे संगठन में किसी पद पर नही हैं. लेकिन अखिलेश संगठन का समर्थक है. पिछले साल जेएनयू चुनावों के बाद उन पर वोट काउंट में बाधा पहुंचाने का आरोप लगा था. पाठक को 9 फरवरी की घटना का अहम किरदार बताया जा रहा है. इसके अलावा पाठक रामजस कॉलेज में 2017 में हुए टकराव में भी अहम किरदार था.
- आलोक कुमार सिंह नाम का गवाह, फिलहाल ABVP की रिसर्च विंग का नेशनल कंवेनर है. अलोक, 2016 में संगठन की JNU विंग का भी प्रेसिडेंट था, उसी वक्त 9 फरवरी 2019 को घटना हुई थी. पिछले साल मार्च में सिंह पर प्रोफेसर अतुल जौहरी के नाम पर फर्जी दस्तावेज जारी करने का भी आरोप लगा. जौहरी पर 9 छात्रों ने उत्पीड़न के आरोप लगाए थे.
इसके अलावा ABVP मेंबर और जेएनयू छात्र संगठन के पूर्व ज्वाइंट सेक्रेटरी सौरभ शर्मा, ABVP के पूर्व ऑफिस सेक्रेटरी अंकुर आर्यन, संगठन की एसआईएस यूनिट के प्रेसिडेंट भास्कर ज्योति, जेएनयू यूनिट के पूर्व ज्वाइंट सेक्रेटरी प्रियदर्शी, दिल्ली स्टेट ज्वाइंट सेक्रेटरी अनिमा सोनकर, पूर्व ज्वाइंट सेक्रेटरी (एबीवीपी यूनिट, जेएनयू) सुकांत आर्य, पूर्व एबीवीपी जेएनयू यूनिट वाइस प्रेसिडेंट बिनित लाल, संगठन की कार्यकारिणी की पूर्व सदस्य श्रुति अग्निहोत्री, एससीआईएस से फिलहाल काउंसलर और संगठन सदस्य राम नयन वर्मा को भी चार्ज शीट में गवाह बनाया गया है.
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