राजस्थान (Rajasthan) के भरतपुर पुलिस ने रविवार, 21 मार्च को हरियाणा के भिवानी जिले में दो मुस्लिम युवकों (Junaid-Nasir murder case) की कथित तौर पर जिंदा जलाकर हत्या करने के मामले में मोनू मानेसर समेत 21 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है. हालांकि इससे पहले भी गोरक्षकों से संबंधित कई मामले में हरियाणा के मोनू मानेसर का नाम आ चुका है.
भरतपुर के पुलिस अधीक्षक श्याम सिंह ने बताया कि FIR में मोनू मानेसर सहित 21 आरोपियों का नाम दर्ज किया गया है.
हमने जुनैद और नासिर के अपहरण, मारपीट और हत्या के आरोप में मोनू मानेसर सहित प्राथमिकी में 21आरोपियों का नाम दर्ज किया है. इन सभी पर सबूत नष्ट करने, वित्तीय मदद, आश्रय देने और आरोपियों को फरार होने में मदद करने के साथ-साथ कई अन्य आरोप हैं.श्याम सिंह, पुलिस अधीक्षक, भरतपुर
पुलिस अधीक्षक ने बताया कि जिन लोगों को नामजद किया गया है उनमें हरियाणा के गुरूग्राम निवासी मोहित उर्फ मोनू मानेसर, नूंह निवासी तुषार, बादल, लोकेश हैं. चरखी दादरी निवासी विशाल जेबली, प्रवेश और रविंद्र है और करनाल निवासी शिवम, जींद निवासी राजवीर और सुखजिंदर हैं. जबकि रेवाड़ी से आशु, सीसर निवासी रमेश उर्फ मेसा, गोहाना निवासी भोला, मनोज, इसके अलावा हरियाणा के योगेंद्र, आजाद, दीपक,संजय कुमार,नवनीत, भोलू और देवीलाल शामिल हैं.
पुलिस ने 14 अप्रैल को मोनू राणा और गोगी को गिरफ्तार किया था. वहीं इससे पहले 17 फरवरी को रिंकू सैनी को गिरफ्तार किया गया था और इन तीनों आरोपियों के खिलाफ 16 मई को कांमा अदालत में चार्जशीट पेश की गई है.श्याम सिंह, पुलिस अधीक्षक, भरतपुर
3 महीने के बाद इन आरोपियों के खिलाफ दर्ज हुई FIR
करीब 90 दिनों तक इस मामले की जांच करने के बाद आखिरकार पुलिस ने इन आरोपियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है. बता दें कि इन आरोपियों की भूमिका कथित तौर पर हत्याकांड के मुख्य आरोपियों को शरण देने, उनकी सहायता करने और सबूत मिटाने में रही है. वहीं पुलिस ने मोनू मानेसर का नाम भी इस FIR में शामिल किया है. जबकि मुख्य आरोपियों में से 6 आरोपी अभी भी फरार चल रहे हैं, जिनकी गिरफ्तारी के लिए भरतपुर पुलिस जगह-जगह दबिश दे रही है.
गाड़ी के अंदर जुनैद और नासिर के जले हुए शव मिले थे
दरअसल, 16 फरवरी, 2023 को भरतपुर के 35 साल के जुनैद और 27 वर्षीय नासिर के जले हुए शव हरियाणा के भिवानी जिले में एक वाहन के अंदर मिली थी. जुनैद और नासिर का कथित रूप से हिंदूवादी संगठल बजरंग दल के सदस्यों ने अपहरण कर लिया था और उनके साथ मारपीट करने के बाद उनकी हत्या कर दी थी. हालांकि, उन्होंने इस दावे को खारिज कर दिया था. लेकिन फॉरेंसिक रिपोर्ट में यह पुष्टि हुई कि जले हुए शव जुनैद और नासिर के ही थे और जिस वाहन से उनका अपहरण किया गया था उसमें मिले खून के धब्बे भी उन दोनों से ही मेल खाते थे.
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)