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कैराना में 30 मई को फिर होगी वोटिंग, 73 बूथों पर EVM में थी खराबी

कैराना लोकसभा सीट पर 30 मई को 73 बूथों पर दोबारा वोटिंग होगी.

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उत्तर प्रदेश के शामली जिले की कैराना लोकसभा सीट पर 30 मई को दोबारा वोटिंग होगी. बता दें कि सोमवार को कैराना सीट पर हुए उपचुनाव में कई जगह ईवीएम मशीन के खराब होने की खबर सामने आई थी. जिसके बाद अब चुनाव आयोग ने करीब 73 बूथों पर दोबारा वोटिंग कराने का फैसला लिया है. इसमें 68 बूथ सहारनपुर जिले में और 5 बूथ शामली जिले के हैं.

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सोमवार को वोटिंग के दौरान कई जगहों पर ईवीएम में गड़बड़ी से वोटिंग भी प्रभावित हुई. इसी को लेकर समाजवादी पार्टी ने जानबूझकर ईवीएम मशीनें खराब किए जाने का आरोप लगाया है. समाजवादी पार्टी ने चुनाव आयोग से EVM में गड़बड़ी की शिकायत भी की.

अखिलेश यादव ने उठाई थी दोबारा चुनाव की मांग

उत्तर प्रदेश के पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने भी ईवीएम पर सवाल उठाये हैं. अखिलेश ने कहा,

हजारों EVM में खराबी की शिकायतें मिली. हम मांग करते हैं कि आने वाले सभी चुनाव बैलट पेपर से हो. बैलट से वोटिंग लोकतंत्र को मजबूत करेगा. जिन जगहों पर ईवीएम में खराबी आई थी वहां के लोगों को दोबारा सही तरीके से वोट देने का मौका मिलना चाहिए.
अखिलेश यादव, पूर्व सीएम

वहीं कैराना लोकसभा सीट से राष्ट्रीय लोकदल की उम्मीदवार तब्बसुम हसन ने भी ईवीएम पर सवाल उठाए हैं. उन्होंने कहा, “हर जगह मशीनों से छेड़छाड़ की जा रही है. मुस्लिम और दलित बहुल इलाकों में खराब ईवीएम नहीं बदले गए. बीजेपी सोचती है कि इस तरह से चुनाव जीत जाएंगे, लेकिन यहां ऐसा नहीं होने जा रहा.”

गर्मी की वजह से खराब हुईं ईवीएम!

चुनाव आयोग ने भी सोमवार को कुछ वोटिंग मशीनों के खराब होने की बात स्वीकारी थी, साथ ही भरोसा दिलाया कि सभी वोटर्स को मतदान का मौका मिलेगा.

चुनाव आयोग ने ये भी कहा कि अत्यधिक गर्मी के कारण मशीनें गरम होने की आशंका से इंकार नहीं किया जा सकता है.

कैराना संसदीय क्षेत्र में आने वाले शामली के डीएम इंद्र विक्रम सिंह का कहना था कि तेज गर्मी के कारण वीवीपैट मशीनों के सेंसर में गड़बड़ी हुई.

अखिलेश ने चुनाव आयोग के गर्मी की वजह से EVM खराब होने के तर्क पर भी कटाक्ष किया. अखिलेश ने कहा, “आज कहा जा रहा है कि गर्मी के कारण EVM मशीन काम नहीं कर रही है, कल कहेंगे बारिश और ठंड की वजह से ऐसा हो रहा है. कुछ लोग जनता को लाइन में खड़ा रखकर अपनी सत्ता की हनक दिखाना चाहते हैं. हम पेपर बैलेट वोटिंग की मांग को एक बार फिर दोहराते हैं.”

किस-किस में है टक्कर?

इस लोकसभा सीट पर समाजवादी पार्टी, कांग्रेस, और बहुजन समाज पार्टी का समर्थन आरएलडी की उम्मीदवार तबस्सुम हसन को है. तो वहीं सत्ताधारी बीजेपी की ओर से मृगांका सिंह मैदान में हैं. ये सीट बीजेपी सांसद हुकुम सिंह के निधन के बाद खाली हुआ था. बीजेपी ने हुकुम सिंह की बेटी मृगांका सिंह को अपना उम्मीदवार बनाया है.

ये भी पढ़ें- ग्राउंड रिपोर्टः उपचुनाव को लेकर क्या कहता है कैराना?

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