राजनीतिक दल भले ही आदर्शवादी होने का कितना भी दम भरते हों लेकिन चुनाव में दागी उम्मीदवारों को टिकट देने में कमी नहीं आ रही है. कर्नाटक विधानसभा चुनाव में दागियों को टिकट देने के मामले में बीजेपी टॉप पर है तो कांग्रेस पार्टी दूसरे नंबर पर.
एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म (एडीआर) की ताजा रिपोर्ट के मुताबिक, कर्नाटक चुनाव में कुल 2560 कैंडिडेट अपनी किस्मत आजमा रहे हैं, जिसमें से 391 के खिलाफ मामले दर्ज हैं. इनमें 254 ऐसे उम्मीदवार हैं जिनके खिलाफ गंभीर आपराधिक केस दर्ज हैं.
किसके पास कितने क्रिमिनल केस वाले कैंडिडेट
एडीआर की रिपोर्ट के मुताबिक, बीजेपी के 224 उम्मीदवारों में से 37 प्रतिशत यानी 83 के खिलाफ आपराधिक मामले दर्ज हैं, वहीं कांग्रेस के 220 उम्मीदवारों में से 27 प्रतिशत यानी 59 उम्मीदवारों के खिलाफ केस दर्ज हैं.
जबकि पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवेगौड़ा की पार्टी जेडीएस के 199 उम्मीदवारों में से 41 के खिलाफ और नीतीश कुमार के जेडीयू के 25 उम्मीदवारों में से 5 के खिलाफ आपराधिक मामले दर्ज हैं.
बता दें कि 2013 विधानसभा चुनाव के मुकाबले 2018 में आपराधिक मामलों में फंसे उम्मीदवारों की संख्या 334 से 391 हो गई है.
करोड़पति भी कम नहीं
कर्नाटक चुनाव से ठीक एक हफ्ते पहले एडीआर ने अपनी रिपोर्ट में क्रिमिनल केस के साथ साथ करोड़पति कैंडिडेट की भी लिस्ट है. सबसे ज्यादा अमीर कैंडिडेट कांग्रेस की प्रिया कृष्णा (गोविंदराजानगर) हैं, जिनकी संपत्ति 1020 करोड़ रुपये है. सबसे ज्यादा करोड़पति कांग्रेस के पास हैं लेकिन बीजेपी भी अमीर कैंडिडेट की लिस्ट में पीछे नहीं है.
2560 कैंडिडेट में 883 नेता करोड़पति हैं. जिसमें बीजेपी के 93% कैंडिडेट तो कांग्रेस के 94% उम्मीदवार करोड़पति हैं. इस चुनाव में एक और रोचक बात यह है कि यहां चुनाव में हर उम्मीदवार के पास औसतन 7.54 करोड़ की प्रॉपर्टी है.
एडीआर ने ये रिपोर्ट कैंडिडेट द्वारा नॉमिनेशन के वक्त हलफनामे में दी गई जानकारी के आधार पर है.
ये भी पढ़ें- हेट स्पीच में BJP नेता आगे, देश के 58 MLA-MP के खिलाफ केस दर्ज
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)