ADVERTISEMENTREMOVE AD

रेप पर रोष की ये 10 तस्वीरें आपको भीतर तक हिला देती हैं

कठुआ गैंगरेप के विरोध में लोग सड़कों पर उतरे, कई तख्तियों में लिखी पंक्तियां बेहद असरदार दिख रही थीं

Published
भारत
2 min read
story-hero-img
i
छोटा
मध्यम
बड़ा

गैंगरेप की दो दिल दहलाने घटनाओं से देश गुस्से में भी है और शर्मसार भी. जम्मू-कश्मीर के कठुआ में 8 साल की मासूम से गैंगरेप के बाद उसकी हत्या कर दी गई, वहीं यूपी के उन्नाव में गैंगरेप की शिकार पीड़िता इंसाफ की गुहार लगा रही है, उसके पिता को भी मार दिया गया. इन दोनों घटनाओं ने एक बार फिर 'निर्भया' की याद दिलाई है. ऐसे में 15 अप्रैल को दिल्ली, मुंबई, सूरत समेत देश के कई शहरों में फिर लोग सड़कों पर उतरे, तख्तियां लेकर इंसाफ की मांग की. कई तख्तियों में लिखी पंक्तियां बेहद असरदार दिख रही थीं.

ADVERTISEMENTREMOVE AD
कठुआ गैंगरेप के विरोध में लोग सड़कों पर उतरे, कई तख्तियों में लिखी पंक्तियां बेहद असरदार दिख रही थीं
(फोटो: Twitter/Rana Safvi)
कठुआ गैंगरेप के विरोध में लोग सड़कों पर उतरे, कई तख्तियों में लिखी पंक्तियां बेहद असरदार दिख रही थीं
(फोटो: Reuters)
कठुआ गैंगरेप के विरोध में लोग सड़कों पर उतरे, कई तख्तियों में लिखी पंक्तियां बेहद असरदार दिख रही थीं
(Photo: The Quint)
कठुआ गैंगरेप के विरोध में लोग सड़कों पर उतरे, कई तख्तियों में लिखी पंक्तियां बेहद असरदार दिख रही थीं
(फोटो: Twitter/Rana Safvi)
कठुआ गैंगरेप के विरोध में लोग सड़कों पर उतरे, कई तख्तियों में लिखी पंक्तियां बेहद असरदार दिख रही थीं
(फोटो: The Quint)
कठुआ गैंगरेप के विरोध में लोग सड़कों पर उतरे, कई तख्तियों में लिखी पंक्तियां बेहद असरदार दिख रही थीं
(फोटो: The Quint)   
ADVERTISEMENTREMOVE AD
कठुआ गैंगरेप के विरोध में लोग सड़कों पर उतरे, कई तख्तियों में लिखी पंक्तियां बेहद असरदार दिख रही थीं
(फोटो: Twitter/Karnika Kohli)
कठुआ गैंगरेप के विरोध में लोग सड़कों पर उतरे, कई तख्तियों में लिखी पंक्तियां बेहद असरदार दिख रही थीं
(फोटो: The Quint)
कठुआ गैंगरेप के विरोध में लोग सड़कों पर उतरे, कई तख्तियों में लिखी पंक्तियां बेहद असरदार दिख रही थीं
(फोटो: The Quint)
कठुआ गैंगरेप के विरोध में लोग सड़कों पर उतरे, कई तख्तियों में लिखी पंक्तियां बेहद असरदार दिख रही थीं
(फोटो: Twitter/Rana Safvi)

(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)

सत्ता से सच बोलने के लिए आप जैसे सहयोगियों की जरूरत होती है
मेंबर बनें
अधिक पढ़ें
×
×