केरल (Kerala) के कोच्चि (Kochi Blast) में एक कन्वेंशन सेंटर में जोरदार धमाका हुआ है, इस धमाके में अब तक तीन लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 51 लोग घायल हुए हैं. रविवार शाम को 90 फीसदी झुलसी एक महिला ने दम तोड़ दिया. वहीं एक शख्स की तो वारदात के वक्त ही मौत हो गई थी. सभी घायलों का इलाज जारी है.
एक शख्स ने विस्फोट की जिम्मेदारी लेते हुए सरेंडर भी किया है. इससे पहले केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने मुख्यमंत्री पिनराई विजयन से बात की. उन्होंने NIA और NSG को जांच के निर्देश दिए हैं.
बताया जा रहा है कि एक के बाद एक, दो धमाके हुए. एडीजीपी एम.आर. अजित कुमार स्थिति का जायजा लेने के लिए कोच्चि पहुंचे. सरकार ने पूरे राज्य में अलर्ट जारी कर दिया है. केरल पुलिस का बम निरोधक दस्ता और डॉग स्क्वायड मौके पर पहुंच गया है. आग बुझाने की कोशिशें जारी हैं.
कलामासेरी पुलिस ने बताया "धमाका एक ईसाई समूह के जमारा कन्वेंशन सेंटर में हुआ. सुबह 9 बजे धमाके की सूचना पुलिस को मिली."
एक व्यक्ति ने जिम्मेदारी लेते हुए किया सरेंडर
कन्वेंशन सेंटर में हुए विस्फोट की जिम्मेदारी लेते हुए एक शख्स ने पुलिस के सामने सरेंडर किया है.
केरल के एडीजीपी (कानून और व्यवस्था) एमआर अजित कुमार ने बताया, "एक व्यक्ति ने त्रिशूर ग्रामीण के कोडाकरा पुलिस स्टेशन में सरेंडर कर दिया है और दावा किया है कि विस्फोट उसी ने किया है. उसका नाम डोमिनिक मार्टिन है और उसका दावा है कि वह सभा के ही समूह का है. हम इसकी पुष्टि कर रहे हैं. हम इस मामले के सभी पहलुओं पर गौर कर रहे हैं...विस्फोट हॉल के मध्य भाग में हुआ...''
IED डिवाइस का इस्तेमाल
केरल के डीजीपी डॉ शेख दरवेश साहब मौके पर पहुंचे. उन्होंने बताया...
"...प्रारंभिक जांच से पता चलता है कि ब्लास्ट एक IED डिवाइस का इस्तेमाल किया गया है और हम इसकी जांच कर रहे हैं. हम पता लगाएंगे कि इसके पीछे कौन है और सख्त कार्रवाई करेंगे...''
उन्होंने लोगों से सोशल मीडिया पर भ्रामक पोस्ट और अफवाह नहीं फैलाने की अपील की. उन्होंने कहा कि ऐसे करनेवाले पर सख्त कार्रवाई की जाएगी.
केरल के उद्योग मंत्री पी राजीव ने कहा कि विस्फोटस्थल की घेराबंदी कर ली गई है. राहत और बचाव कार्य जारी है.
अब तक 3 लोगों की मौत
केरल CM पिनराई विजयन ने कहा, ''कलामासेरी में हुआ विस्फोट बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है. फिलहाल 41 लोग अस्पताल में भर्ती हैं जिनमें से 27 लोग एर्नाकुलम मेडिकल कॉलेज में भर्ती हैं. 4 लोगों को छुट्टी मिल गई है. एडीजीपी लॉ एंड ऑर्डर के नेतृत्व में एक विशेष टीम घटना की जांच करेगी. जांच टीम में 20 सदस्य होंगे. कल सर्वदलीय बैठक बुलाई गई है.''
विस्फोट के बाद केरल की स्वास्थ्य मंत्री वीना जॉर्ज ने बताया कि, 52 लोगों को अलग-अलग अस्पतालों में भर्ती करवाया गया है. गंभीर रूप से घायलों में 12 साल का एक बच्चा भी शामिल है.
रविवार शाम को इलाज के दौरान 90 फीसदी तक झुलसी एक महिला की इलाज के दौरान मौत हो गई. मृतकों की संख्या बढ़कर दो हो गई है.
NIA और NSG को जांच करने के आदेश
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन से बात की और कन्वेंशन सेंटर में बम विस्फोट के बाद राज्य की स्थिति की जानकारी ली. उन्होंने NIA और NSG को मौके पर पहुंचकर घटना की जांच के निर्देश दिए हैं.
एक अधिकारी सहित राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड (NSG) की आठ सदस्यीय टीम बम विस्फोट की जांच के लिए केरल रवाना हो गई है. टीम के आज शाम तक बम विस्फोट स्थल पर पहुंचने की उम्मीद है.
CM ने बुलाई सर्वदलीय बैठक
कन्वेंशन सेंटर में हुए विस्फोट के संबंध में केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने सोमवार को सर्वदलीय बैठक बुलाई है. ये बैठक सोमवार, 30 अक्टूबर को सुबह 10 बजे सचिवालय स्थित मुख्यमंत्री कॉन्फ्रेंस हॉल में होगी.
राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान ने इस घटना पर दुख जताया है. उन्होंने कहा, "कालामासेरी में एक धार्मिक सभा में विस्फोट के बारे में सुनकर स्तब्ध हूं, जिसमें एक व्यक्ति की मौत हो गई और 20 से अधिक घायल हो गए. मृतकों के परिजनों के प्रति संवेदना और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूं."
"इस घटना के संबंध में केंद्रीय एजेंसियों ने पहले ही जांच शुरू कर दी है. मुझे यकीन है कि वे घटना के तह तक जाएंगे और पता लगाएंगे कि इसके कारण क्या हैं और इस घटना के पीछे कौन लोग शामिल है. मैं राज्य सरकार से अपील करना चाहूंगा कि घायलों को सभी प्रकार की चिकित्सा सहायता प्रदान की जाए. हम जांच के विवरण सामने आने का इंतजार करेंगे और फिर आगे की कार्रवाई करेंगे."केंद्रीय मंत्री वी. मुरलीधरन
वहीं बीजेपी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष दिलीप घोष ने कहा, "केरल में पहले से ही देश विरोधी शक्तियां सक्रिय हैं और अभी जो कम्युनिस्ट सरकार है उन्होंने इसे बढ़ाया है. उन्होंने PFI जैसी संस्था को पनाह दी जो वहां सबसे ज्यादा सक्रिय था. आज वहां के सामान्य लोगों की जान खतरे में है, इसकी केंद्रीय ब्यूरो द्वारा जांच होनी चाहिए और इसका समाधान होना चाहिए. पूरे देश में मोदी सरकार ने आतंकवाद बंद कर दिया है. केवल INDIA गठबंधन के नेताओं के राज्यों में ही इस प्रकार की राष्ट्रविरोधी गतिविधियां हो रही हैं."
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