लखीमपुर खीरी हिंसा (Lakhimpur Kheri) में जान गंवाने वाले 8 लोगों का पोस्टमार्टम (postmortem) होने के बाद इसकी रिपोर्ट सामने आई. जिसमें बताया गया कि किसानों की हड्डियां चकनाचूर हो चुकी थीं, लेकिन गोली लगने की बात सामने नहीं आई.
पोस्टमार्टम के लिए 4-4 डॉक्टर्स की दो टीमे बनाई गई थी. इनमें से एक सीनियर डॉक्टर के मुताबिक जिन 8 लोगों को पोस्टमार्टम के लिए लाया गया था उनमें से किसी को भी गोली नहीं लगी थी.
लेकिन बहराइच के मोहर्निया के रहने वाले मृत किसान के परिवार ने कहा कि, दोबारा पोस्टमार्टम किया जाए. उन्हें अब भी शक है कि मौत गोली लगने से हुई.
पोस्टमार्टम करने वाले डॉक्टर ने बताया कि कुछ लोगों की हड्डियां एकदम चकनाचूर हो गई है, ऐसा लगता है कि कोई भारी चीज उनके ऊपर से गुजरी है. बाकी कई लोगों की बॉडी पर पिटाई के निशान हैं.
जिन लोगों की हड्डियां चकनाचूर हुई हैं, वो संभवत: किसान रहे होंगे, हालांकि अभी फाइनल रिपोर्ट बाहर आना बाकी है. लेकिन पोस्टमार्ट करने वाले डॉक्टर से ये जानकारी क्विंट हिंदी को प्राप्त हुई है.
इस पूरे मामले पर क्विंट हिंदी से बातचीत में चश्मदीद बताया कि, तीन गाड़ियां 80-90 की स्पीड से आईं और आगे जाकर आदमियों को कुचल दिया.
एक कथित वीडियो भी आया सामने
कांग्रेस (Congress) ने अपने ट्विटर अकाउंट पर एक वीडियो रिलीज किया है, जिसमें लोगों की भीड़ के बीच से एसयूवी गाड़ी को तेजी से निकलते देखा जा सकता है. वीडियो में दिख रहा है कि गाड़ी किसानों को रौंदते हुए जा रही है.
बीजेपी सांसद वरुण गांधी ने की ये मांग
वरुण गांधी (Varun Gandhi) ने यही वीडियो पोस्ट करते हुए ट्विटर पर लिखा कि, लखीमपुर खीरी में किसानों को गाड़ियों से जानबूझकर कुचलने का यह वीडियो किसी की भी आत्मा को झकझोर देगा. पुलिस इस वीडियो का संज्ञान लेकर इन गाड़ियों के मालिकों, इनमें बैठे लोगों, और इस प्रकरण में संलिप्त अन्य व्यक्तियों को चिन्हित कर तत्काल गिरफ्तार करे.
किसानों का आरोप
किसानों ने आरोप लगाया है कि स्थानीय प्रशासन और डॉक्टरों ने मिलकर गोली लगने की बात छुपाई है. अब वो फिर से धरने पर बैठ सकते हैं.
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)