मुस्लिम बहुल द्वीपसमूह लक्षद्वीप (Lakshadweep) में अब स्कूलों में शुक्रवार को छुट्टी नहीं होगी. लक्षद्वीप एजुकेशन डिपार्टमेंट ने एक नया कैलेंडर बनाया है, जिसमें स्कूलों के लिए शुक्रवार को वर्किंग और सभी रविवार को छुट्टियों का ऐलान किया गया है.
दशकों से चले आ रहे नियम के मुताबिक स्कूलों में शुक्रवार को छुट्टी होती थी, अब इस नियम को बदल दिया गया है.
पीटीआई की रिपोर्ट के मुताबिक लक्षद्वीप के सांसद मोहम्मद फैजल ने कहा कि आज से 6 दशक पहले शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए जब द्वीपों में स्कूल खोले गए थे, तो शुक्रवार को छुट्टी करने का फैसला किया गया था और शनिवार को हाफ डे होता था. यह फैसला स्कूलों के किसी भी निकाय, जिला पंचायत या स्थानीय सांसद के साथ चर्चा किए बगैर लिया गया था.
उन्होंने कहा कि ऐसा फैसला लोगों के अधिकार के लिए सही नहीं है, यह प्रशासन का एकतरफा फैसला है.
जब भी स्थानीय व्यवस्था में कोई बदलाव लाया जाता है तो उस पर लोगों से चर्चा की जानी चाहिए. आधिकारिक सूत्रों ने कहा कि प्रशासन ने विद्यार्थियों की सही उपस्थिति और सीखने के प्रोसेस की आवश्यक योजना सुनिश्चित करने के लिए स्कूल के समय और नियमित स्कूल एक्टिविटीज में बदलाव किया है.मोहम्मद फैजल, सांसद
आदेश पर पुनर्विचार करने का अनुरोध
लक्षद्वीप जिला पंचायत के उपाध्यक्ष सह काउंसलर पीपी अब्बास ने एडमिनिस्ट्रेटर के एडवाइजर प्रफुल खोड़ा पटेल को पत्र लिखकर एजुकेशन डिपार्टमेंट के आदेश पर पुनर्विचार करने का अनुरोध किया है.
उन्होंने अपने पत्र में लिखा कि लक्षद्वीप की प्रजातीय आबादी मुस्लिम हैं और उनकी आस्था के मुताबिक शुक्रवार को छुट्टी होती है और शुक्रवार को जुमे की नमाज अदा करना एक धार्मिक प्रथा माना जाता है. उन्होंने प्रशासन से इस मुद्दे पर चर्चा के लिए निर्वाचित प्रतिनिधियों और अन्य स्टेकहोल्डर्स की एक मीटिंग बुलाने की सिफारिश की.
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