आंखों से कम दिखने और दुखते घुटनों के बावजूद भारत के ‘पहले’ वोटर श्याम सरन नेगी अपने मताधिकार का इस्तेमाल करने रविवार को पोलिंग बूथ पहुंचे. श्याम सरन पहले लोकसभा चुनावों से ही वोट डालते आ रहे हैं.
हिमाचल प्रदेश के किन्नौर जिले में मंडी लोकसभा क्षेत्र के कल्पा में चुनाव अधिकारियों ने 102 वर्षीय नेगी का जोरदार स्वागत किया. इस सीट पर आम चुनावों के आखिरी और सातवें चरण में मतदान हो रहा है.
ऑफिशियल रिकॉर्ड के अनुसार, सेवानिवृत्त स्कूल अध्यापक नेगी का जन्म एक जुलाई 1917 को हुआ.
किन्नौर डिस्ट्रिक्ट इलेक्शन ऑफिसर गोपाल चंद ने पीटीआई से कहा, ‘हिमाचल प्रदेश के आदिवासी जिले किन्नौर के निवासी श्याम सरन नेगी भारत के पहले मतदाता हैं और राज्य निर्वाचन विभाग के लिए बहुत महत्वपूर्ण हैं.’
जीवन के सौ वसंत देख चुके नेगी को अब भी अच्छी तरह याद है कि कैसे वह भारत के पहले मतदाता बने.
‘भारत का पहला चुनाव फरवरी 1952 में हुआ, लेकिन हिमाचल प्रदेश में सुदूर, आदिवासी इलाकों में खराब मौसम के कारण सर्दियों के दौरान मतदान कराना असंभव देखते हुए वहां मतदान 23 अक्टूबर 1951 को पांच महीने पहले हो गया.’श्याम सरण नेगी
उन्होंने बताया, ‘तब मैं स्कूल में टीचर था और चुनावी ड्यूटी पर था. इस कारण, मैं अपना वोट डालने सुबह सात बजे किन्नौर में कल्पा प्राथमिक स्कूल में अपने पोलिंग बूथ पर पहुंचा. मैं वहां पहुंच कर वोट करने वाला पहला व्यक्ति था.’
आंखों में चमक के साथ उन्होंने कहा, ‘बाद में मुझे बताया गया कि इलाके में कहीं भी सबसे पहले वोट डालने वाला मैं पहला व्यक्ति था.’
फिल्म में भी दिख चुके हैं नेगी
‘सनम रे’ फिल्म में स्पेशल गेस्ट के रूप में दिखाई दिए नेगी ने कहा कि तब से उन्होंने एक भी चुनाव में वोट करना नहीं छोड़ा है, फिर चाहे वो पंचायत चुनाव हो या लोकसभा चुनाव.
‘ईमानदार’ उम्मीदवार चुनने की अपील करते हुए नेगी ने कहा, ‘किसी खास पार्टी के लिए वोट करने की बजाय अपनी-अपनी संसदीय सीटों पर ईमानदार और सक्रिय उम्मीदवारों को चुने.’
‘यह मेरी अंतिम इच्छा है कि फिर से वोट करुं, लेकिन अब मैं चलने में असमर्थ हूं और घुटने दुखते हैं. इसके अलावा ठीक से देख और सुन नहीं पाता.’श्याम सरण नेगी, देश के पहले वोटर
देश में 55 अन्य लोकसभा सीटों के साथ रविवार को शिमला (एससी), हमीरपुर, कांगड़ा और मंडी सीटों पर मतदान हो रहा है.
(भाषा के इनपुट्स के साथ)
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