मध्यप्रदेश के गवर्नर लालजी टंडन का निधन हो गया है उनके बेटे आशुतोष ने इस खबर की जानकारी दी है. बता दें कि उनकी तबीयत खराब थी और वो वेंटिलेटर पर थे. लालजी टंडन क 11 जून को सांस लेने में तकलीफ के बाद अस्पताल में भर्ती कराया गया था.
लालजी टंडन के बेटे आशुतोष, ने अपने ट्टिटर अकाउंट पर लिखा है- बाबूजी नहीं रहे
लालजी टंडन के निधन पर पीएम मोदी ने भी शोक जताया है.
श्री लालजी टंडन को समाज की सेवा के उनके अथक प्रयासों के लिए याद किया जाएगा, उन्होंने उत्तर प्रदेश में बीजेपी को मजबूत करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई. उन्होंने एक प्रभावी प्रशासक के रूप में अपनी पहचान बनाई और हमेशा लोक कल्याण को महत्व दिया. उनके निधन से मैं दुखी हूं.
UP के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने MP राज्यपाल लालजी टंडन के निधन पर दुख जताते हुए कहा कि श्री लालजी टंडन के निधन पर देश ने एक लोकप्रिय जन नेता, योग्य प्रशासक और प्रखर समाज सेवी को खोया है. वो लखनऊ के प्राण थ. साथ ही उन्होंने लालजी टंडन के निधन पर 3 दिन का राजकीय शोक की घोषणा की.
85 साल के लालजी टंडन का निधन लखनऊ में ही हुआ है. वो मध्यप्रदेश से लखनऊ गए थे और वहीं उनकी तबीयत बिगड़ गई, जिसके बाद उन्हें लखनऊ के ही अस्तपाल में भर्ती कराया गया था. सोनवार देर रात उनकी सेहत ज्यादा बिगड़ गई और सुबह उनके निधन की खबर आई.
लालजी टंडन का जन्म 12 अप्रैल 1935 को हुआ था. वो 15वीं लोकसभा में 2009 से 2015 में लखनऊ से सांसद भी रह चुके हैं. वो अटल बिहारी वाजपेयी के सहयोगी भी रहे थे. 21 अगस्त 2018 को उन्हें बिहार का राज्यापाल बनाया गया था, और उसके बाद 20 जुलाई 2019 को उन्हें मध्यप्रदेश का राज्यपाल नियुक्त किया गया था.
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