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नरेंद्र गिरि सुसाइड केस में फंसे शिष्य आनंद का विवादों से है नाता,जेल भी जा चुके

आनंद गिरि अपनी हरकतों के लिए नरेंद्र गिरि के पैर पकड़ कर मांग चुके माफी

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अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद (ABAP) के प्रमुख महंत नरेंद्र गिरि उत्तर प्रदेश के प्रयागराज स्थित अपने आवास पर 20 सितंबर को मृत पाए गए. पुलिस ने कहा कि शुरुआती जांच में एक सुसाइड नोट मिला है, जिसकी जांच की जा रही है. इस मामले में उनके शिष्य आनंद गिरि का नाम भी सामने आ रहा है. उनपर खुदकुशी के लिए उकसाने का केस दर्ज किया गया है. आनंद गिरि इससे पहले भी कई बार विवादों में आ चुके हैं.

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आनंद गिरी राजस्थान के भीलवाड़ा जिले के एक गांव के रहने वाले हैं. गिरि साल 2005 में बाघंबरी गद्दी मठ से जुड़े थे.

विदेशों में छुट्टियों के शौक से लेकर छेड़खानी के मामले में ऑस्ट्रेलिया में जेल जाने तक, आनंद गिरि के विवादों की लंबी लिस्ट है.

जमीन को लेकर विवाद

कुछ साल पहले नरेंद्र गिरि और आनंद गिरि के बीच जमीन को लेकर विवाद हुआ था. मंदिर और मठ के धन का दुरुपयोग करने के आरोप में आनंद गिरि को बाघंबरी मठ से हटा दिया था, जिसके बाद उन्होंने नरेंद्र गिरि पर मठ की जमीन बेचने का आरोप लगाया था. इस मामले को लेकर दोनों के बीच लंबा विवाद चला था.

ऑस्ट्रेलिया में लड़की से छेड़छाड़ का आरोप

मई 2019 में दो लड़कियों से छेड़छाड़ के आरोप में आनंद गिरी को ऑस्ट्रेलिया के सिडनी में गिरफ्तार किया गया था. रिपोर्ट्स के मुताबिक, 2016 में सिडनी वेस्ट के रूटी हिल में महिला के साथ छेड़खानी किया गया था, जहां गिरि को नए साल पर प्रार्थना करने के लिए बुलाया गया था. दूसरी घटना में, महिला के साथ दो साल बाद नवंबर 2018 में उसके घर के प्रार्थना कक्ष में छेड़छाड़ की गई थी.

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परिवार के संपर्क में रहने पर हुए निष्कासित

मई 2021 में निरंजनी अखाड़े के श्री पंचायती अखाड़ा निरंजनी ने महंत आनंद गिरि को अपने परिवार के साथ लगातार संपर्क में रहने के कारण अखाड़े और बाघंबरी मठ से निष्कासित कर दिया था. इसे 'संन्यास' की परंपराओं के खिलाफ कहा गया था. निरंजनी अखाड़े के सचिव श्री महंत रवींद्र पुरी ने कहा था कि गिरि पर वित्तीय अनियमितताओं का भी आरोप लगाया गया है. अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरी द्वारा शिकायत दर्ज कराने के बाद कार्रवाई की गई थी.

निष्कासन के बाद आनंद गिरि ने यूपी की योगी आदित्यनाथ सरकार से अपनी सुरक्षा की मांग की थी.

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पैर पकड़कर मांगी माफी

लंबे समय तक चले इस विवाद के बाद, आनंद गिरि ने अपने गुरु नरेंद्र गिरि से पैर पकड़कर माफी मांगी थी और वो प्रयागराज के बाघंबरी गद्दी लौट आए थे. इसके बाद कहा जाने लगा कि दोनों के बीच समझौता हो गया है.

वायरल फोटो पर भी हंगामा

पिछले साल उनकी एक फोटो भी सामने आई थी, जिसमें वो फ्लाइट में बैठे हुए हैं और आगे एक ग्लास रखा है. कहा गया था कि इस ग्लास में शराब थी. इस मामले पर विवाद इतना गहरा गया था कि गिरि ने खुद सामने आकर सफाई दी थी कि ये शराब नहीं, एप्पल जूस है.

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महंत की लग्जरी लाइफस्टाइल

कहा जाता है कि महंत आनंद गिरि को लग्जरी लाइफस्टाइल जीने का शौक है. उन्हें गाड़ियों से लेकर विदेशों में घूमना-फिरना काफी पसंद है. समुद्र किनारे बैठने से लेकर कार के सनरूफ से बाहर खड़ होने तक, उनकी वायरल तस्वीरें भी इसकी गवाही देती हैं.

नरेंद्र गिरि को मानसिक रूप से प्रताड़ित करने का आरोप

महंत नरेंद्र गिरि की मौत के बाद, आनंद गिरि पर आरोप लग रहे हैं कि वो अपने गुरु को ब्लैकमेल कर रहे थे. प्रयागराज के जॉर्जटाउन पुलिस स्टेशन में उनपर खुदकुशी के लिए उकसाने के आरोप में एफआईआर भी दर्ज की गई है.

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