महाराष्ट्र(Maharashtra) में 22 दिसंबर से शीतकालीन सत्र शुरू होने जा रहा हैं. लेकिन सीएम उद्धव ठाकरे(CM Uddhav Thackeray) खराब तबीयत के चलते पिछले एक महीने से सीएम कार्यालय (CMO) नहीं आ पाए हैं. ऐसे में नेता प्रतिपक्ष देवेंद्र फडणवीस ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर राज्य सरकार के रवैये पर हमला बोला हैं.
फडणवीस ने उठाए मुद्दे
देवेंद्र फडणवीस ने कहा "इस सत्र में विधानसभा अध्यक्ष का चुनाव होनेवाला हैं ऐसी जानकारी मिली हैं कि विधानसभा अध्यक्ष का चुनाव करने के लिए विपक्ष के 12 विधायकों को निलंबित किया गया है. एमवीए सरकार को अपने बहुमत पर विश्वास नहीं. गुप्त वोटिंग पद्धति में बदलाव लाकर नियम समिति के नियमों को दरकिनार कर आवाजी वोटिंग करने की चाल सरकार खेल रहा है. हम इसका विरोध करेंगे."
उन्होंने आगे कहा "ओबोसी आरक्षण के मुद्दे पर सरकार की सुप्रीम कोर्ट में पोल खुल गयी है. पिछले दो सालों से पलिटिकल बैकवर्डनेस का डेटा ये सरकार जुटा नहीं पाई. जिस वजह से ओबीसी समुदाय को आगामी चुनावों में आरक्षण से वंचित रहना पड़ रहा हैं."
किसानों को कोई मदद नहीं मिली. सुल्तानी तरीके से किसानों की बिजली तोड़ी जा रही हैं. बीमा कंपनियां किसानों को लूट रही हैं. राज्य में आई प्राकृतिक आपदा के मदद की कोई राशि किसानों तक नहीं पहुंची है.
अजब सरकार का गजब खेल -फडणवीस
फडणवीस ने आगे कहा "महाराष्ट्र में पेट्रोल डीजल का वैट कम ना करने की वजह से केंद्र के निर्णय के बावजूद कोई राहत नहीं मिली. लेकिन एक्साइज ड्यूटी 50 फीसदी से कम कर शराब सस्ती करने का निर्णय सरकार लेती है." इस सरकार की प्राथमिकता क्या है? इसीलिए हमे कहना पड़ रहा है कि ''अजब सरकार का गजब खेल, सस्ती दारू महंगा तेल''.
पूर्व सीएम ने कहा कि वसूली का टारगेट रखकर ट्रांसफर हो रहा हैं. कानून व्यवस्था पूरी तरह से चरमरा गई हैं. गृहमंत्री जेल में हैं. राज्य में हर जगह सैंड माफिया, अवैध शराब माफिया और जमीन माफिया कार्यरत हैं. महिलाओं पर जघन्य अत्याचार के मामले आए दिन सामने आ रहे हैं.
सीएम उद्धव ठाकरे की तबियत जल्द हो सुधार
फडणवीस ने आगे कहा कि स्वास्थ्य, म्हाडा और टीईटी परीक्षाओं में पेपर लीक के मामले सामने आए हैं. दोषियों से करोड़ो रुपये का कैश बरामद हुआ है. पेपर लीक कांड में बड़े अधिकारी शामिल हैं. लेकिन असली सवाल ये है कि इनके तार कहा तक पहुंच रहे हैं, ये सामने आने जरूरी हैं. ऐसे में पुलिस दबाव में हैं. इसीलिए मैं CBI की जांच कर रहा हूं.
सीएम उद्धव ठाकरे की तबीयत जल्द से जल्द ठीक हो जाए. उसके लिए हमारी शुभकामनाएं हैं. वो कई दिनों बाद आज काम पर लौटने वाले होंगे तो ये अच्छी बात है. लेकिन सीएम हो या ना हों, पिछले दो सालों से सरकार का अस्तित्व ही नहीं दिखा हैं.
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