संसद में पैसे लेकर सवाल (Cash For Query) पूछने के मामले में टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा की मुश्किलें बढ़ती दिख रही है हैं. उनके खिलाफ जांच कर रही लोकसभा की एथिक्स कमेटी ने अपने सिफारिशों वाली रिपोर्ट को 6:4 के विभाजित मत से पास कर दिया है. अब इस सिफारिश को कल, शुक्रवार को लोकसभा स्पीकर के पास भेजा जाएगा.
न्यूज एजेंसी पीटीआई के अनुसार सूत्रों का कहना है कि एथिक्स कमेटी ने महुआ मोइत्रा की लोकसभा सदस्यता रद्द करने की सिफारिश की है.
बैठक के बाद लोकसभा एथिक्स पैनल के प्रमुख विनोद सोनकर ने बताया है कि पैनल के 6 सदस्यों ने टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा के खिलाफ 'कैश-फॉर-क्वेरी' आरोप पर रिपोर्ट का समर्थन किया जबकि 4 ने इसका विरोध किया है. विरोध करने वाले सदस्यों ने इस रिपोर्ट को पूर्वाग्रह से ग्रस्त और गलत बताया है.
इस बीच महुआ मोइत्रा ने पीटीआई से बात करते हुए कहा कि भले ही वे मुझे निष्कासित कर दें, मैं अगली लोकसभा में बड़े जनादेश के साथ वापस आऊंगी.
महुआ मोइत्रा की जाएगी सांसदी?
जानकारी के मुताबिक, लोकसभा की एथिक्स कमेटी ने महुआ मोइत्रा की संसद सदस्यता रद्द करने के साथ ही पैसे के लेनदेन के मामले की जांच करने की सिफारिश भी कर सकती है. कमेटी ने अपनी रिपोर्ट में समिति के सदस्यों द्वारा महुआ मोइत्रा और इस मामले से जुड़े तथ्यों को गवाह के रूप में कमेटी के सामने पेश करने वाले बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे और एडवोकेट जय अनंत देहाद्राई से किए गए तमाम सवालों और जवाबों को शामिल किया है.
500 पेज की रिपोर्ट में क्या?
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार एथिक्स कमेटी ने इस पूरे मामले पर विस्तार से लगभग 500 पन्नों की रिपोर्ट तैयार की है. अपनी इस रिपोर्ट में एथिक्स कमेटी ने टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा पर लगे आरोपों को काफी गंभीर मानते हुए उनके आचरण को आपत्तिजनक और अनैतिक करार दिया है. इसी को आधार बनाकर कमेटी महुआ की संसद सदस्यता रद्द करने की सिफारिश की है.
कमेटी ने अपनी ड्राफ्ट रिपोर्ट में भारत सरकार से इस पूरे मामले की समयबद्ध, गहन, कानूनी और संस्थागत जांच की सिफारिश करते हुए महुआ मोइत्रा और दर्शन हीरानंदानी के बीच पैसों के लेन-देन की भी गहन जांच करने की सिफारिश की है.
लोकसभा स्पीकर के सामने पेश होगी रिपोर्ट
कमेटी के सभापति और बीजेपी सांसद विनोद सोनकर ने गुरुवार (9 नवंबर) को हुई एथिक्स कमेटी की बैठक में इस ड्राफ्ट रिपोर्ट पर मुहर लगवाई. अब इसे कमेटी की रिपोर्ट के तौर पर लोकसभा स्पीकर के सामने पेश किया जाएगा.
हालांकि, एथिक्स कमेटी में शामिल विपक्षी दलों के सांसदों के रवैये को देखते हुए यह तय था कि गुरुवार को कमेटी की बैठक में हंगामा देखने को मिलेगा. इसी वजह से कमेटी की इस रिपोर्ट को स्वीकार करने के लिए वोटिंग करवाने की नौबत आई.
मोइत्रा ने मंगलवार को दावा किया था कि तेलंगाना से एक कांग्रेस सदस्य के नामांकन दाखिल करने के साथ टकराव के लिए पैनल की बैठक 6 नवंबर से 9 नवंबर तक पुनर्निर्धारित की गई थी ताकि विपक्ष की संख्या कम हो सके.
लोकपाल ने की सीबीआई जांच की सिफारिश? बीजेपी का दावा
इस बीच, बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे ने दावा किया है कि लोकपाल ने मोइत्रा के खिलाफ उनकी शिकायत जांच के लिए सीबीआई को भेज दी है.
निशिकांत दुबे ने इंडियन एक्सप्रेस को बताया, "उन्होंने मुझे बताया कि उन्होंने इसे सीबीआई को भेज दिया है, जो जांच करने के लिए लोकपाल की एजेंसी है."
मोइत्रा ने X पर एक पोस्ट में कहा, “मीडिया द्वारा मुझे बुलाए जाने पर – मेरा जवाब: 1. सीबीआई को पहले 13,000 करोड़ रुपये के अडानी कोयला घोटाले पर एफआईआर दर्ज करने की जरूरत है. 2. राष्ट्रीय सुरक्षा का मुद्दा यह है कि कैसे संदिग्ध FPI स्वामित्व वाली (चीनी और संयुक्त अरब अमीरात सहित) अडानी कंपनियां गृहमंत्रालय की मंजूरी के साथ भारतीय बंदरगाहों और हवाई अड्डों को खरीद रही हैं. फिर सीबीआई आपका स्वागत है, आइए, मेरा जूता गिनिए."
X पर एक अन्य पोस्ट में उन्होंने कहा, "लोकपाल अभी जिंदा है."
महुआ मोइत्रा ने एथिक्स कमेटी पर लगाये हैं आरोप
महुआ मोइत्रा गुरुवार, 2 नवंबर को लोकसभा की एथिक्स कमेटी के सामने पेश हुई. हालांकि, विपक्षी सांसदों ने कमेटी के चेयरमैन विनोद कुमार सोनकर पर महुआ से 'अमर्यादित सवाल' पूछने का आरोप लगाते हुए बैठक से वॉक आउट कर दिया.
मीटिंग से बाहर आकर महुआ ने एथिक्स कमेटी पर भड़कते हुए कहा था, "वे बेकार की बातें करते हैं. उन्होंने पूछा, 'तुम्हारी आंखों में आंसू हैं. क्या मेरी आंखों में आंसू हैं.?" यह कहकर महुआ मोइत्रा मीडिया के सामने अपनी आंखें दिखाने लगीं.
महुआ मोइत्रा ने लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला को गुरुवार को हुए घटनाक्रम की जानकारी देते हुए एक पत्र लिखा, जिसमें टीएमसी सांसद ने कहा कि उनका मौखिक रूप से 'वस्त्रहरण' हुआ है.
इसके साथ ही उन्होंने कहा कि समिति को खुद को आचार समिति के अलावा किसी अन्य नाम से नामित करना चाहिए क्योंकि इसमें कोई एथिक्स और नैतिकता नहीं बची है.
अब तक क्या-क्या हुआ?
14 अक्टूबर, 2023: सुप्रीम कोर्ट के वकील जय अनंत देहद्राई ने TMC MP के खिलाफ CBI से शिकायत की.
15 अक्टूबर, 2023: BJP MP निशिकांत दुबे ने ओम बिड़ला को चिट्ठी लिख आरोप लगाये कि महुआ ने संसद में सवाल पूछने के लिए बिजनेसमैन दर्शन हीरानंदानी से पैसे और तोहफे लिए थे.
16 अक्टूबर, 2023: बीजेपी सांसद ने अश्विनी वैष्णव से टीएमसी सांसद के "लॉगिन आईडी और आईपी" की जांच कराने की मांग की. इसके बाद महुआ ने भी वैष्णव से सभी सासंदों के CDR, लॉगिन डीटेल मांगी.
17 अक्टूबर, 2023: इस मामले को स्पीकर ने एथिक्स कमेटी को भेज दिया. महुआ ने दिल्ली हाईकोर्ट मे मानहानि याचिका दायर की.
18 अक्टूबर, 2023: लोकसभा ने नोटिस जारी कर 26 अक्टूबर को निशिकांत दुबे को एथिक्स कमेटी के सामने पेश होने को कहा.
19 अक्टूबर, 2023: हीरानंदानी ने एफिडेविट में महुआ का लॉगिन डीटेल के इस्तेमाल करना स्वीकार.
20 अक्टूबर, 2023: TMC MP ने सरकार पर दर्शन के सिर पर बंदूक रख कर एफिडेविट साइन करवाने का आरोप लगाया.
20 अक्टूबर, 2023: दिल्ली HC में निशिकांत दुबे और अन्य के खिलाफ महुआ के मानहानि मामले की सुनवाई.
21 अक्टूबर, 2023: बीजेपी सांसद ने आरोप लगाया कि महुआ की संसद की आईडी दुबई में खोली गई, जबकि वह खुद भारत में थी.
27 अक्टूबर, 2023: एथिक्स कमेटी ने महुआ को 31 अक्टूबर को पेश होने को कहा. टीएमसी सांसद ने पेशी के लिए 5 नवंबर की तारीख मांगी.
27 अक्टूबर, 2023: महुआ ने दर्शन को संसद की लॉगिन-पासवर्ड देने की बात मान ली. उन्होंने बिजनेसमैन से एक स्कार्फ, लिपस्टिक और आईशैडो भी तोहफे में लिया था.
28 अक्टूबर, 2023: एथिक्स कमेटी ने टीएमसी सांसद को 2 नवंबर को पेश होने को कहा.
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