कर्नाटक (Karnataka) के मंगलौर (Mangaluru) में एक मछली कारखाने में जहरीली गैस रिसाव के बाद पश्चिम बंगाल के पांच मजदूरों की मौत हो गई और तीन की हालत गंभीर बताई जा रही है. पुलिस के मुताबिक घटना रविवार 17 अप्रैल की देर रात की है. घटना में जान गंवाने वालों की पहचान उमर फारूक, समीउल्ला इस्लाम, निजामुद्दीन साज, मिरजुल इस्लाम और शराफत अली के रूप में हुई है. मिराजुला इस्लाम, अजान अली, करीबुल्ला और अफथल मलिक की हालत नाजुक बताई जा रही है.
घायल मजदूरों का इलाज शहर के एक प्राईवेट हॉस्पिटल में चल रहा है. उल्का एलएलपी मछली प्रसंस्करण कारखाना मंगलुरु में बाजपे पुलिस स्टेशन की सीमा में स्पेशल इकोनॉमिक जोन (SEZ) में स्थित है. यह हादसा उस समय हुआ जब मछली के कचरे को प्रोसेस किया जा रहा था और रविवार की रात टैंक की सफाई की जा रही थी.
रिसाव का पता तब चला जब कर्मचारियों में से एक समीरुल्ला इसे साफ करने के लिए टैंक के अंदर गया. गैस में सांस लेने पर, वह बेहोश हो गया, जिससे आठ अन्य लोग उसके सहयोगी के पास आए.
बता दें कि टैंक लगभग 20 फीट गहरा है और इसमें मछली का कचरा है. पुलिस को संदेह है कि मछली के कचरे की प्रोसेसिंग से निकली जहरीली गैस की वजह से ऐसा हुआ. मंगलुरु के पुलिस उपायुक्त (DCP) हरि राम शंकर मौके पर पहुंचे और अधिकारियों ने फैक्ट्री प्रबंधन को काम रोकने का निर्देश दिया.
स्थानीय मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक प्रोडक्शन मैनेजर, एरिया मैनेजर, सुपरवाइजर और फैक्ट्री इंचार्ज समेत फैक्ट्री के चार अधिकारियों को आगे की पूछताछ के लिए हिरासत में ले लिया गया है. रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि आईपीसी की धारा 337 और 338, 304 (गैर इरादतन हत्या) और 34 (सामान्य इरादे को आगे बढ़ाने में कई व्यक्तियों द्वारा किए गए कार्य) के तहत केस दर्ज किया गया है.
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